घरवालों से पीटकर नाबालिग को उठा ले गए बदमाश, इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही मां
कानपुर के गुजैनी इलाके में एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसकी 16 वर्षीय बेटी को कुछ युवकों ने जबरन घर से अगवा कर लिया। विरोध करने पर उन्होंने महिला और उसके पति के साथ मारपीट भी की। महिला का आरोप है कि घटना के 15 दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़िता ने विधायक और डीसीपी से न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता कानपुर। पुलिस की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। गुजैनी इलाके की एक महिला का आरोप है कि उसकी 16 वर्षीय बेटी को इलाके का युवक अपने दोस्तों के साथ मिलकर जबरन घर से उठा ले गया। विरोध पर उन्हें और उनके पति से मारपीट की, लेकिन घटना के 15 दिन बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। थाने के चक्कर काटकर थक चुकी पीड़िता ने अनहोनी की आशंका जताते हुए विधायक और डीसीपी दक्षिण से न्याय की गुहार लगाई है।
बर्रा छह में रहने वाली महिला के मुताबिक 20 अक्टूबर की शाम 7:30 बजे वह, उनके पति और नाबालिग बेटी घर पर थे।इसी दौरान सात-आठ दोस्तों के साथ इलाके में रहने वाला युवक घर के अंद घुस आया। इसके बाद बेटी को जबरन उठा ले जाने की कोशिश की। विरोध पर उन्हें और उनके पति काे पीटकर बेदम कर दिया। इसके बाद जबरन बेटी को उठा ले गए। उन्होंने थाने पहुंचकर शिकायत की।
क्या आरोप लगाए?
आरोप है कि इसके बाद पुलिस ने काेई कार्रवाई नहीं की, आश्वासन देकर टरकाती रही। पीड़िता ने रविवार को पहले विधायक महेश त्रिवेदी और फिर डीसीपी दक्षिण दीपेंद्र नाथ चौधरी से बेटी के साथ अनहोनी होने की आशंका जताते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
डीसीपी दक्षिण ने मामले की जांच और नाबालिग को बरामद कर आरोपितों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, गुजैनी थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि मामला प्रेम-प्रसंग का है, जिससे स्वजन भी वाकिफ है। उनके विरोध पर कई बार किशोरी गलत कदम उठा चुकी है। किशोरी को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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