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    बेटे और दिवंगत माता-पिता के फर्जी कागज बनाकर बेच डाली 5 बीघा जमीन, किया करोड़ों का सौदा

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 09:09 PM (IST)

    कानपुर के बारासिरोही गांव में दबंगों ने एक दंपत्ति की जमीन हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए और करोड़ों में बेच दी। पीड़ित अमित सिंह के अनुसार आरोपियों ने दिव्यांश गोयल के नाम से फर्जीवाड़ा किया और जमीन को बेच दिया। विरोध करने पर पीड़ित परिवार पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया गया। अब पीड़ित ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई है।

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    दंपती और बेटे की जगह दूसरे को खड़ा कर बेची पांच बीघा जमीन। (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, कानपुर । बारासिरोही गांव की पांच बीघा पांच बिस्वा जमीन कब्जाने के लिए दबंगों ने दंपति व उनके बेटे के फर्जी दस्तावेज बनाए और दूसरे को खड़ा कर रजिस्टर्ड पावर आफ अटार्नी करा ली। इसके बाद करोड़ों रुपये में जमीन बेच दी।

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    जमीन के मालिक के बेटे से पावर आफ अटार्नी कराने वाले व्यक्ति ने आरोपितों के खिलाफ इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की तो उन लोगों ने मुकदमा दर्ज करा दिया। अब पीड़ित ने आपरेशन महाकाल के तहत पुलिस आयुक्त कार्यालय में गुहार लगाई है।

    कल्याणपुर के बारासिरोही निवासी अमित सिंह की तहरीर के अनुसार गांव के रहने वाले तीन भाइयों ने मध्यप्रदेश के देवास सुमिराखेड़ा निवासी साथी के साथ मिलकर रतनलाल नगर के दिव्यांश गोयल के नाम से फर्जी दस्तावेज बना लिए।

    दिव्यांश के नाम से मध्य प्रदेश के युवक के फर्जी दस्तावेज बनाए गए और दिव्यांश की मां सुशीला गोयल के नाम की पांच बीघा पांच बिस्वा जमीन अपने नाम रजिस्टर्ड पावर आफ अटार्नी करा ली। राजस्व अभिलेख में जमीन पहले आरएस गोयल की पत्नी सुशीला गोयल के नाम दर्ज थी, जो सरकारी निकली।

    लोगों को बैनामा कर करोड़ों रुपये वसूल लिए

    इसके बाद अटार्नी के माध्यम से उस जमीन को विभिन्न लोगों को बैनामा कर करोड़ों रुपये वसूल लिए। इसमें आरोपितों की मदद एक पूर्व पार्षद ने की और जमीन मालिक का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया। उनके बेटे की जगह दूसरे युवक को खड़ा कर दस्तावेज बनवाने के लिए प्रमाणित किया था। विरोध करने पर आरोपितों ने उन पर और पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।

    अमित के अनुसार पिता ने आठ नाजमद व 10-12 अज्ञात के खिलाफ वर्ष 2022 में कोतवाली में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें एक को जेल भेजा गया था। हालांकि वह अब जमानत पर बाहर है। वहीं अन्य आरोपितों के खिलाफ कोर्ट के उद्घोषणा की कार्रवाई चल रही है। पीड़ित ने आरोपितों के खिलाफ पुलिस आयुक्त कार्यालय में गुहार लगाई है।