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    कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पहुंची एंटी करप्शन टीम! जब खाकी से खाकी ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथ गिरफ्तार

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 06:42 PM (IST)

    कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय में एंटी करप्शन टीम ने छापा मारकर सहायक लिपिक महफूज अहमद को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। दारोगा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने यह कार्रवाई की। महफूज दारोगा से वेतन सत्यापन के नाम पर रिश्वत मांग रहा था।

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    रिश्वत लेते सहायक लिपिक पकड़ा गया। प्रतीकात्मक

    जागरण संवाददाता, कानपुर। पुलिस आयुक्त कार्यालय का एक लिपिक शुक्रवार को दारोगा से पांच हजार रुपये रिश्वत लेते दबोच लिया गया। उसने वेतन विसंगति दूर करने के नाम पर कल्याणपुर थाने के दारोगा से रुपये मांगे थे। वह पुलिस आयुक्त कार्यालय परिसर में बने प्रधान लिपिक कार्यालय के पीआरके सेकंड का सहायक लिपिक है। एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तारी के बाद कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

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    लखीमपुर खीरी के नीमगांव थाना क्षेत्र निवासी उदयपाल पांडेय कल्याणपुर थाने में एसआइ (सब इंस्पेक्टर) हैं। उन्होंने बताया कि 19 साल की सेवा में उनकी दो वेतन वृद्धि कम चल रही थी। इसको लेकर उनके साथ लगभग 60 पीड़ितों ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी। दिसंबर 2024 में कोर्ट ने वेतन विसंगतियों को दूर करने व वेतन लगाने का आदेश दिया था।

    इसके बाद भी पुलिस आयुक्त कार्यालय परिसर में बने प्रधान लिपिक कार्यालय के पीआरके सेकंड के सहायक लिपिक व उर्दू अनुवादक महफूज अहमद ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं किया। इस पर उन्होंने कोर्ट में फिर प्रार्थना पत्र दिया और डीआइजी अवस्थापना लखनऊ को पार्टी बनाया।

    कोर्ट ने जब डीआइजी अवस्थापना लखनऊ से जवाब मांगा तो वहां से पत्र प्रधान लिपिक कार्यालय पहुंचा। इसके बावजूद लिपिक महफूज ने कोई सुनवाई नहीं की। इस पर उन्होंने 23 अक्टूबर को डीसीपी मुख्यालय एसएम कासिक आबिदी को शिकायती पत्र दिया। आखिरकार 27 अक्टूबर को लिपिक महफूज ने कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन इसके बदले पांच हजार रुपये मांग लिए। जब उनसे रुपये बाद में देने की बात कही तो अगले दिन ही लिपिक ने काम कर दिया। फोन भी किया कि अपने कागज ले जाओ।

    लिपिक को रुपये नहीं देना चाहते थे, जिस पर उन्होंने एंटी करप्शन में शिकायत की। एंटी करप्शन की टीम ने पांच-पांच सौ के 10 नोटों में केमिकल लगाया और लिपिक को देने के लिए उन्हें भेजा। उनकी टीम के दो कर्मचारी भी आसपास थे।

    शुक्रवार शाम लिपिक को जैसे ही नोट दिए और उसने लेकर जेब में रखे। तभी एंटी करप्शन की टीम ने उसे दबोच लिया और कोतवाली थाने ले गए। एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर जटा शंकर ने बताया कि आरोपित लिपिक को रिश्वत लेते पकड़ा है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।