'खुद मर जाओ या परिवार को मार दो...', सपने में दिखते थे कुछ चेहरे; जम्मू के उप राज्यपाल के पौत्र ने फंदा लगा दी जान
कानपुर में कोहना के रहने वाले आलोक मिश्रा के 16 वर्षीय बेटे आरव ने आत्महत्या कर ली। आरव द जैन इंटरनेशनल स्कूल का छात्र था। दीपावली पर उसने अपनी बहन को एक डरावने सपने के बारे में बताया था, जिसमें उसे खुद को या परिवार को मारने के लिए कहा जा रहा था। माता-पिता के छठ पूजा के लिए बाहर जाने पर उसने यह कदम उठाया।
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पोस्टमार्टम हाउस में गमगीन पिता आलोक मिश्रा। (बाएं)।
जागरण संवाददाता, कानपुर। चेक माई नोटिफाइड, मैं लंबे समय से परेशान चल रहा हूं। मुझे सपने में तीन-चार लोग दिखते हैं। वो कहते हैं कि या तो स्वजन को मार डालो या खुद जान दे दो। कोहना के पुराना कानपुर में रहने वाले 11 वीं के छात्र आरवराज ने मोबाइल फोन के नोटपैड पर अंग्रेजी में यह सुसाइड नोट लिखकर सोमवार देर शाम आत्महत्या कर ली। वह जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा का पौत्र था। घटना के समय स्वजन छठ पूजा के लिए बिहार के भागलपुर गए थे, जबकि बड़ी बहन छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय गई थी। इस बीच अकेले में उसने जान दे दी। देर शाम बहन लौटी और दरवाजा बंद देख पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो भाई का शव फंदे पर लटकता देखा।
पुराना कानपुर निवासी आलोक मिश्रा दवा कारोबार से जुड़े हैं। जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा उनके मामा हैं। आलोक का 16 वर्षीय इकलौता बेटा आरव द जैन इंटरनेशनल स्कूल में 11 वीं का छात्र था। उसने 97 प्रतिशत अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी। परिवार में आलोक की पत्नी दिव्या और बेटी मान्या हैं। स्वजन ने बताया कि दीपावली पर बेटे ने बड़ी बहन को बताया कि उसे सपने में कुछ चेहरे दिखते हैं, जो खुद को या परिवार को मारने को कहते हैं। हालांकि उसने इसे गंभीरता से नहीं लिया। वहीं, स्वजन पिछले सप्ताह छठ पूजा के लिए भागलपुर चले गए।
सोमवार शाम बहन के जाने के बाद घर में अकेले आरव ने आत्महत्या कर ली। इससे पूर्व उसने मोबाइल फोन के नोटपैड पर सुसाइडनोट में लोगों के सपने में दिखने और उनके संदेश की बात लिखी। देर शाम बहन लौटी तो दरवाजा न खुलने पर पड़ोसी परमिंदर चंद्रा के साथ ही स्वजन को जानकारी दी। दरवाजा तोड़ा गया तो आरव का शव फंदे पर लटका था।
कोहना थाना प्रभारी विनय तिवारी फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे। मंगलवार सुबह स्वजन आए तो बेटे का शव देखकर बदहवास हो गए। पोस्टर्माटम हाउस में विधायक नीलिमा कटियार भी स्वजन को सांत्वना देने पहुंचीं। थाना प्रभारी ने बताया कि मोबाइल फोन में सुसाइड नोट मिला है, स्वजन से पूछताछ के साथ ही जांच की जा रही है। रिश्तेदारों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा दो अक्टूबर को कानपुर देहात में एक कार्यक्रम में आए थे। इस दौरान उन्होंने आलोक मिश्र से मुलाकात की थी।
यह सिज़ोफ्रेनिया का एक लक्षण हो सकता है जो व्यक्ति की सोच, भावना और व्यवहार को प्रभावित करता है। यह व्यक्ति को वास्तविकता से दूर कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को मतिभ्रम (आवाज़ें, या चीज़ें देखना जो वास्तविक नहीं हैं) और भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, अगर समय से काउंसिलिंग और इलाज कराया जाए तो यह ठीक हो सकता है।
- डा. संध्या शुक्ला, प्रवक्ता, मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र, कानपुर मंडल
मान्या स्वजन को बता देती तो बच जाता राज्यस्तरीय तैराक आरव
आरवराज ने दीपावली के दौरान बड़ी बहन मान्या को समस्या बताई थी लेकिन मान्या ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अगर वह समय से स्वजन को बता देती और आरव की काउंसिलिंग या इलाज शुरू हो जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। आरव राज्यस्तरीय तैराक था और प्रतियोगिताओं में भाग लेने बाहर भी जाता था।

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