आतंक के तार: कानपुर शहर के कई मुहल्लों में शाहीन व आरिफ का तंत्र...24 लोग रडार पर
कानपुर में डॉ. शाहीन और डॉ. आरिफ के नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिसके चलते 24 लोग निगरानी में हैं। शाहीन के भाई की ससुराल जाजमऊ में होने से जांच का दायरा बढ़ गया है। आरिफ के लैपटॉप से पता चला है कि वह शहर छोड़ने की तैयारी में था और उसने कुछ डेटा भी डिलीट किया था। पुलिस जांच में जुटी है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। शहर के कई मुहल्लों में डॉ. शाहीन और उसके साथी डॉ. आरिफ का तंत्र मिला है। अब तक जांच एजेंसियों ने 24 लोगों को रडार पर लिया है। इनकी निगरानी कराई जा रही है। कई लोगों के मोबाइल फोन भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं।
जांच में जुटे एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, शाहीन को लेकर तमाम बातें सामने आ रही हैं। चर्चा है कि शाहीन के गिरफ्तार भाई डॉ. परवेज की ससुराल जाजमऊ के ऊंचाटीला में है। परवेज के दोनों साले व्यापार करते हैं। उनकी दुकानें बेकनगंज में हैं। इस तरह से शाहीन के साथ यहां पर उसके रिश्तेदार होने से एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं।
पिछले तीन-चार महीने में डॉ. आरिफ ने शाहीन के संपर्कों की मदद से पांव पसारने शुरू कर दिए थे। मोबाइल फोन सर्विलांस व सीडीआर रिकॉर्ड के जरिये अब तक चिह्नित लोगों को संदिग्ध मानते हुए पड़ताल तेज कराई गई है। एजेंसियों की नजर में पहले से ही नई सड़क, पेंचबाग, यतीमखाना, बेकनगंज, चमनगंज और दादा मियां जैसे इलाके हैं, जहां शाहीन के मददगार छिपे होने की आशंका है। अब उसके भाई डॉ. परवेज की ससुराल वाला तथ्य सामने आने के बाद जाजमऊ भी जांच के दायरे में आ गया है।
आरिफ के लैपटाप व फोन से मिल रहे राज, कानपुर छोड़ने का था इरादा
डॉ. आरिफ के मोबाइल फोन व लैपटाप से एजेंसियों को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, आरिफ ने डॉ. शाहीन की गिरफ्तारी की जानकारी के बाद मोबाइल व लैपटाप से कुछ सामग्री डिलीट की है। यह भी सामने आया है कि आरिफ कानपुर छोड़ने की तैयारी कर रहा था। इसकी पुष्टि उसके कमरे में मिला सामान कर रहा है, जो पैक करके रखा जा चुका था।

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