Kanpur Violence : जांच के दायरे में डी-टू गैंग के मददगार तीन बिल्डर, दो हैं सक्रिय पर तीसरे का पता नहीं
कानपुर परेड नई सड़क में उपद्रव के बाद डी-2 गैंग का कनेक्शन के भी संकेत मिले हैं अब पुलिस को गिरोह के बारे में जांच के दौरान नया तथ्य मिला है। गैंग के मददगार तीन बिल्डर सामने आए हैं जिसमें दो के सक्रियता की जानकारी मिली है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। नई सड़क पर उपद्रव में डी-टू (जिला स्तर पर दो नंबर) के गैंग के गुर्गों का कनेक्शन सामने आने के बाद अब पुलिस ने शहर के उन तीन बिल्डरों राशिद नादरी, कय्यूम शीशी बोतलवाला और मुन्ना अख्तर की जांच शुरू कर दी है, जो इनके मददगार हैं। पुलिस की पड़ताल में पता चला कि गैंग की कमाई इन बिल्डरों की ही जेब में जाती थी। शुरुआती जांच में दो बिल्डर मौजूदा समय में भी सक्रिय मिले हैं। तीसरे का पता नहीं चला है।
पुलिस जांच में उपद्रव के दौरान डी-टू गैंग के जरिये खूनी हिंसा की साजिश का भंडाफोड़ हो चुका है। साजिश में अब तक दो बड़े नाम अफजाल और बाबर सामने आए हैं। अफजाल ने गुर्गों को तैयार किया तो बाबर ने हथियार जुटाए। डी-टू गैंग का रिकार्ड खंगलाने पर पुलिस तीन नाम देखकर चौंक गई। असल में ये तीन नाम वे मददगार हैं, जो अपराध से कमाई गैंग की रकम को ठिकाने लगाते थे।
सभी सदस्य इन्हीं तीन बिल्डरों को रकम देते थे। राशिद नादरी, कय्यूम शीशी बोतलवाला अभी भी सार्वजनिक जीवन में हैं। मुन्ना अख्तर के बारे में कोई जानकारी अब तक नहीं मिली है। पुलिस तीनों बिल्डरों की काल डिटेल रिपोर्ट, बैंक खाते, चालचलन आदि की जांच कर रही है। इनमें से एक बिल्डर ने स्वरूप नगर में निर्माण कार्य कराए, जबकि दूसरे ने बिसाती बाजार, बकरमंडी में पांच से छह बहुमंजिला इमारतें काफी पहले बनाई थीं।

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