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    एक लाख हाई एंकल बूट और सात हजार टेंट बनाएगी OEF, दो साल के लिए 4 ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों को मिला बड़ा ऑर्डर

    Updated: Mon, 24 Nov 2025 02:56 AM (IST)

    आयुध निर्माणियों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अब अगले दो वित्तीय वर्षों में वर्क ऑर्डर की कमी की चिंता नहीं रहेगी। रक्षा मंत्रालय के पीएसयू ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड (TCL) को भारतीय सेना से बड़ी मात्रा में ऑर्डर मिला है। सेना के मास्टर जनरल सस्टेनेंस (MGS) ने टीसीएल को विभिन्न रक्षा उत्पादों की आपूर्ति का आदेश जारी किया है।

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    विवेक मिश्र, कानपुर। आयुध निर्माणियों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अब अगले दो वित्तीय वर्ष में वर्क आर्डर की कमी होने का डर नहीं सताएगा। रक्षा मंत्रालय के पीएसयू ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल) को सेना से भरपूर आर्डर मिला है। भारतीय सेना के मास्टर जनरल सस्टेनेंस (एमजीएस) ने टीसीएल को सेना के लिए रक्षा उत्पादों की आपूर्ति का आर्डर दिया है।

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    अब टीसीएल के अधीन संचालित आयुध उपस्कर निर्माणी कानपुर व हजरतपुर फिरोजाबाद और आयुध वस्त्र निर्माणी आवडी, चेन्नई और शाहजहांपुर में बूट हाई एंकल, टेंट हाई एल्टीट्यूड, ग्लब्स, स्किड बोर्ड, कोट काम्बैट डिजिटल प्रिंट, बैग वाटरप्रूफ, टेंट आर्कटिक, रोल बेडिंग, मच्छरदानी, काम्बैट यूनिफार्म डिजिटल प्रिंट सहित अन्य जरूरी कई सैन्य रक्षा उत्पाद बनाने का काम शुरू होगा। पिछले वित्तीय वर्ष तक आयुध निर्माणियों को वर्कलोड की कमी होने का डर सता रहा था। आयुध निर्माणियों को ये आर्डर मिलने के बाद बड़ी राहत मिली है।

    कर दिया कार्य आवंटित 

    टीसीएल के महाप्रबंधक (आपरेशंस) सुमित पाटले की ओर से चारों आयुध निर्माणियों के मुख्य महाप्रबंधकों को पत्र जारी करके उत्पादन आर्डर पूरा करने के लिए कार्य आवंटित कर दिया गया है। सेना को रसद और रक्षा उत्पादों की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने वाले एमजीएस से आर्डर मिलने के बाद 26 श्रेणियों में सैन्य रक्षा उत्पादों को बनाने के लिए आयुध निर्माणियों को जिम्मा दिया गया है।

    जबकि सेना, वायु सेना, नौसेना के लिए भी अलग से श्रेणी विभाजित की गई है। कार्य विभाजन होने के बाद अब आयुध निर्माणियों के मुख्य महाप्रबंधकों ने उत्पादन शुरू कराने से कच्चे माल को जुटाने के लिए टेंडर जारी करने के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए बैठकें शुरू कर दी है।