छात्र और सटरिंग कारीगर ने लगाई फांसी, दोनों परिवारों में मचा कोहराम, दीवाली की खुशियां मातम में बदली
बिहार में दिवाली की खुशियाँ मातम में बदल गईं, जब एक छात्र और एक सटरिंग कारीगर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों परिवारों में कोहराम मच गया है। आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है।
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जागरण संवाददाता, कानपुर। कल्याणपुर के दो अलग अलग क्षेत्रों में दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार को इंटरमीडिएट के छात्र और सटरिंग कारीगर ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।
फॉरेंसिस टीम ने घटना स्थल की बारीकी से जांच पड़ताल की जिसके बाद दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजा गया है और घटनाओं के पीछे के कारण की जांच पड़ताल की जा रही है।
कल्याणपुर कला निवासी 18 वर्षीय शशांक पांडे इंटरमीडिएट का छात्र था। वह अपने दादा जगदीश नारायण और दादी के साथ रहता था।जगदीश नारायण के मुताबिक उनके पुत्र जय नारायण उर्फ गोपाल की तीन वर्ष पहले मौत हो चुकी है। करीब 12 वर्ष पहले जय नारायण पत्नी से तलाक हो चुका था, जिसके बाद से जयनारायण का पुत्र शशांक उनके पास ही रहता है।
मंगलवार शाम को अचानक उसने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। जब वह उसे बुलाने कमरे में पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। वहीं सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिस टीम ने घटना स्थल की जांच पड़ताल की, जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
वहीं नवशील धाम चौकी क्षेत्र में किराए पर रहने वाले सटरिंग कारीगर 28 वर्षीय धर्मसिंह ने फांसी लगाकर अपनी इह लीला समाप्त कर ली। धर्म सिंह के पिता स्वर्गीय कीर्ति सिंह की मौत हो चुकी है, जबकि परिवार में मां, दो भाई और दो बहनें हैं।
घटना की जानकारी होने के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कल्याणपुर इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने बताया कि आत्महत्या के कारण पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम भेजा गया है।
दीप पर्व पर बुझे दो घरों के दीपक
सोमवार को दोनों घर दीपावली की रोशनी में जगमगा रहे थे और स्वजनों में दीपावली को लेकर उत्साह था वहीं आज दोनों घरों में मातम देखा जा रहा है।स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। लोग कह रहे हैं कि दीप पर्व दीपावली पर दोनों घरों के दीपक बुझ गए।
इंटर के छात्र शशांक और जाल का काम करने वाले धर्म सिंह दोनों के सिर पर पिता का साया नहीं था।शशांक की दादी का रो रोकर बुरा हाल है तो धर्म सिंह के घर पर बहने बार बार अर्ध मूर्छित होती दिखी।
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