घर लौटे इंजीनियर ने बताया हुआ था जहरखुरानी का शिकार
सट्टे में लाखों रुपये हारने पर इंजीनियर ने यह कहानी गढ़ी है

घर लौटे इंजीनियर ने बताया हुआ था जहरखुरानी का शिकार
जागरण संवाददाता, कानपुर : चकेरी में एयरपोर्ट के बाहर से लापता हुए साफ्टवेयर इंजीनियर बुधवार रात अपने घर वापस लौट आया। जानकारी पर एसीपी कैंट फोर्स संग इंजीनियर के घर पहुंचे। जहां इंजीनियर ने पुलिस को जहरखुरानी की कहानी सुनाई। हालांकि इंजीनियर की कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी का कहना है कि सट्टे में लाखों रुपये हारने पर इंजीनियर ने यह कहानी गढ़ी है।
चकेरी के ओमपुरवा निवासी व्यापारी संजय जायसवाल का एकलौता बेटा स्पर्श साफ्टवेयर इंजीनियर है। वह रविवार को मुम्बई से फ्लाइट से कानपुर एयरपोर्ट उतरे थे। जहां से घर पहुंचने के बीच रास्ते से वह लापता हो गए थे। जिसके बाद व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने उनके अपहरण का मुकदमा दर्जकर तलाश शुरू की। इस बीच बुधवार रात को इंजीनियर के एक रिश्तेदार को वह झकरकटी बस अड्डे के पास बेसुध अवस्था में दिखे। जिसके बाद वह उन्हें घर ले गए। वहीं घटना की जानकारी होने पर एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक फोर्स के साथ इंजीनियर के घर पहुंचे। जहां पूछताछ के दौरान इंजीनियर ने बताया रविवार को वह फ्लाइट से कानपुर उतरे। जिसके बाद वह ई-रिक्शे से रामादेवी चौराहा पहुंचे। जहां से वह घर जाने के लिए दूसरे ई-रिक्शा में बैठे। इस बीच पेट में दर्द होने पर इंजीनियर ने दवा लेने की बात कही तो चालक ने उन्हें एक टेबलेट दी। जिसे खाने के बाद उन्हें कुछ भी होश नहीं रहा। बुधवार शाम को वह टाटमिल चौराहे के पास बेसुध अवस्था में पड़े थे। तभी वहां से गुजर रहे घंटाघर में रहने वाले उनके रिश्तेदार हनी जायसवाल उन्हें देखा। जिन्होंने उन्हें घर पहुंचाया। एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि इंजीनियर ने अपने साथ जहर खुरानी होने की जानकारी दी है। साथ ही उनके पास मौजूद एक लैपटाप, एक स्मार्ट घड़ी, एक फोन व बैग गायब बताया है। वहीं सट्टे में रुपये हारने की बात पर खुद अपहरण रचने की साजिश पर उन्होंने कहा कि फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हर बिंदु पर माले की जांच की जाएगी।
स्वजन ने पूजा-पाठ कर बांटी मिठाई
बेटे के लापता होने के बाद व्यापारी संजय जायसवाल लगाता उन्हें तलाश रहे थे। वहीं घर में ईश्वर की पूजा-पाठ कर उन्हें सलामती की प्रार्थना कर रहे थे। बुधवार रात को जैसे ही वह घर लौटे। उनके माता पिता ने एकलौते बेटे को देखते ही उन्हें गले से लगा लिया। जिसके बाद उन्होंने बेटे से घटना की जानकारी ली। इस बीच इंजीनियर के वापस लौटने पर रिश्तेदारों और पड़ोसियों की उनके घर पर भीड़ लग गई। उनके पिता ने बेटे के सलामत घर लौटने की खुशी पर ईश्वर को भोग लगाकर लड्डू बांटा।
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