कानपुर को फिर मिल सकते हैं मंत्री, अभी कैबिनेट में शामिल हैं सतीश महाना और नीलिमा कटियार
यूपी विधानसभा चुनाव परिणाम में भाजपा की जीत में इस बार फिर कानपुर एक बार फिर सात सीटें देकर बड़ी भूमिका में है। यहां से पहले तीन मंत्री कैबिनेट में शामिल रह चुके हैं ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार फिर और मंत्री मिल सकते हैं।

कानपुर, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार को मजबूत करने में लगातार दूसरी बार कानपुर ने बड़ी भूमिका निभाई है। जिले की 70 फीसद सीटों पर भाजपा-2017 के चुनाव में भी जीती थी और इस बार फिर भाजपा अपना दल गठबंधन फिर 70 फीसद सीटों पर जीता है। इसीलिए एक बार फिर भाजपा सरकार बनने पर शहर को कई मंत्री पद हासिल हो सकते हैं। वर्तमान में कानपुर से दो मंत्री हैं। इसमें सतीश महाना प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री हैं तो नीलिमा कटियार प्रदेश में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री हैं। इन दोनों के फिर से मंत्री पद की शपथ लेने की पूरी-पूरी उम्मीदें हैं।
सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार चुके सलिल विश्नोई भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं और विधान परिषद सदस्य भी। वह विधायक भी रह चुके हैं। ऐसे में उनका नाम भी पार्टी में प्रमुखता से मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। इस बार शहर से दो चेहरे नए हैं। इसमें बिल्हौर से राहुल बच्चा हैं तो अपना दल से सरोज कुरील भी। सरोज कुरील के लिए अपना दल मंत्री बनाने का दबाव बना सकती है। इससे हटकर देखा जाए तो अभिजीत सिंह सांगा और महेश त्रिवेदी लगातार लगातार दूसरी चुनाव जीते हैं।
महेश त्रिवेदी पहले प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। इसलिए लाल बत्ती के लिए उनका नाम भी आगे बढ़ जाए तो पार्टी में अचरज नहीं होगा। सुरेंद्र मैथानी जरूर गोविंदनगर के उप चुनाव में जीते थे। अपनी सभी सीटों को दोबारा हासिल कर लेने से उत्साहित भाजपाई फिलहाल जश्न के मूड में हैं लेकिन इसके साथ ही मंत्री पद की चर्चाएं भी मतगणना खत्म होने के बाद से ही शुरू हो गई हैं।

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