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    Kanpur Election Result 2022 : 45 साल में पहली बार खाता भी नहीं खोल सकी कांग्रेस, नौ सीटों पर जमानत भी नहीं बचा सके प्रत्याशी

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Fri, 11 Mar 2022 08:14 AM (IST)

    कानपुर की दस सीटों में किदवई नगर छोड़कर नौ सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा सके हैं। कांग्रेस की जिले में आपसी खींचतान के कारण वोट बुरी तरह छिटका नजर आया। 45 वर्ष बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह उखड़ गई और एक सीट नहीं मिली।

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    कानपुर में कांग्रेस प्रत्याशियों की हार ।

    कानपुर, [ऋषि दीक्षित]। किसी जमाने में कांग्रेसियों का गढ़ रहे इस ऐतिहासिक शहर में कांग्रेस अस्तित्व बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही है। 45 वर्ष बाद इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो गया। इससे पहले वर्ष 1977 में जनता पार्टी की आंधी में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी। इस बार कांग्रेस के पूरी तरह से उखडऩे पर पार्टी नेतृत्व व उसकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। बिखरे हुए संगठन व नेताओंं की नाराजगी की वजह से पार्टी पिछले चुनाव में मिली एकमात्र सीट भी नहीं बचा सकी। हद तो यह है कि किदवई नगर सीट छोड़कर पार्टी नौ सीटों पर अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी। विधानसभा 2017 में कांग्रेस ने एकमात्र कैंट सीट जीतकर अपनी लाज बचाई थी। इस बार मतदाताओं ने पार्टी को पूरी तरह नकार दिया। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड शो और जनसभा बेअसर साबित हुईं। उनके कार्यक्रम में जनसमूह तो उमड़ा, लेकिन वह वोट में तब्दील नहीं हो सका।

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    दौड़ से बाहर रहे सोहिल अंसारी : कैंट सीट पर पिछली बार जीत दर्ज करने वाले सोहिल अख्तर अंसारी इस बार दौड़ से बाहर रहे। वह एक-एक वोट के लिए संघर्ष करते नजर आए। इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा व सपा के बीच रहा। पिछली बार सपा-कांग्रेस गठबंधन का उन्हें फायदा मिला था।

    किदवई नगर व गोविंद नगर में थी दावेदारी : कांग्रेस इस बार किदवई नगर और गोविंद नगर सीट पर जीत दावेदारी कर रही थी। किदवई नगर सीट पर राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक अजय कपूर मैदान में थे। वह पांच राउंड तक तो आगे चले, लेकिन उसके बाद हांफने लगे। छठे राउंड के बाद से भाजपा बढ़त बनाती गई। वहीं, गोविंद नगर सीट पर कांग्रेस की तेजतर्रार प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर अपना करिश्मा नहीं दिखा सकीं। शुरुआत से ही तीसरे स्थान पर रहीं।

    कार्यकर्ताओं की नाराजगी पड़ी भारी : वरिष्ठ कांग्रेसियों की उपेक्षा और आपसी मनमुटाव कांग्रेस की हार का कारण बना। चुनाव से पहले टिकट बंटवारे में जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का खामियाजा चुनाव में पार्टी को उठाना पड़ा। नाराज पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया था।

    कांग्रेस के प्रत्याशियों को मिले वोट

    कैंट - सोहिल अख्तर अंसारी - 13279

    किदवई नगर - अजय कपूर - 75778

    सीसामऊ - हाजी सुहेल अहमद - 5616

    गोविंद नगर - करिश्मा ठाकुर - 26267

    आर्य नगर - प्रमोद जायसवाल - 3309

    कल्याणपुर - नेहा तिवारी - 2302

    महाराजपुर - कनिष्क पांडेय - 7280

    बिठूर - अशोक निषाद -4447

    बिल्हौर - ऊषा रानी कोरी - 2502

    घाटमपुर - राजनारायण कुरील- 3798