कानपुर में डेढ़ माह का बच्चा चोरी करने वाली महिला साथी संग गिरफ्तार, गरीबी दूर करने के लिए चुराया
कानपुर में गरीबी से परेशान एक महिला ने अपने साथी के साथ मिलकर एक डेढ़ महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया है। महिला ने बताया कि उसने गरीबी दूर करने के लिए यह कदम उठाया था।

जागरण संवाददाता, कानपुर। नौबस्ता पुलिस ने खुद की गरीबी दूर करने के लिए डेढ़ माह के मासूम को चोरी करने वाली महिला को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों को सीसी कैमरे की मदद से हंसपुरम् इलाके से पकड़ा। मासूम को बरामद कर उसे स्वजन के सिपुर्द कर दिया है।
डीसीपी दक्षिण दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि मूलरूप से कानपुर देहात के अकबरपुर के बारा गांव निवासी अफताब और उसकी पत्नी शाहीन मजदूरी करते हैं। उनके एक डेढ़ माह का मासूम बेटा है। अफताब कुछ दिन पहले ही पत्नी और बेटे के साथ गुजरात से लौटा था।इसके बाद हमीरपुर रोड पर फुटपाथ में रहकर दोनों मजदूरी करते थे। मजदूरी करने के दौरान ही उनकी मुलाकात बिधनू थानाक्षेत्र के औंधा गांव निवासी कुसमा और उसके साथी उन्नाव के सिगरौसी गांव के पिंटू से हुई थी। शाहीन के हाथ में मासूम को देखकर कुसुमा की नीयत खराब हो गई। उसने मासूम को बेचकर खुद और साथी की गरीबी दूर करने की योजना बना डाली।
इसके बाद दंपती को कम किराए पर कमरा दिलाने का झांसा देकर फंसाया। इसके बाद 15 सितंबर की रात उन्हें कमरा दिखाने के बहाने अपने साथ ले गए। इसके बाद ठेके के बाहर चारों ने शराब पी। अफताब और शाहीन के नशे में बेसुध होने उसके मासूम बेटे को लेकर दोनों फरार हो गए। होश में आने के बाद दोनों बच्चे की तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला तो पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हुलिए के आधार पर आरोपितों की तलाश शुरू की। आसपास के सीसी कैमरे खंगालने के बाद पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी, तभी शनिवार रात दोनों के हंसपुरम इलाके में होने की जानकारी मिली। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर मासूम को सुरक्षित बरामद कर लिया। पकड़े गए आरोपित कुसुमा के खिलाफ कोई भी आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है। जबकि उसके साथी पिंटू के खिलाफ उन्नाव कोतवाली में लूट, हत्या, चोरी, मारपीट और आर्म्स एक्ट में आठ मुकदमे दर्ज हैं।
मासूम को बेचने के लिए तलाश रहे थे ग्राहक
डीसीपी दक्षिण ने बताया कि मासूम को चोरी करने के बाद दोनों आरोपित उसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे थे, लेकिन कोई भी उन्हें ऐसा व्यक्ति नहीं मिला। पूछताछ में आरोपित कुसुमा ने बताया कि कुछ माह पूर्व मजदूरी के दौरान ही उसे एक अंजान व्यक्ति मिला था, जिसने बच्चे के बदले रुपये देने की बात कही थी। शाहीन के बच्चे को चोरी करने के बाद दोनों उसी व्यक्ति की तलाश कर रहे थे। पुलिस उसके बारे में भी जानकारी जुटाने के प्रयास में लगी है। साथ ही क्षेत्र में बच्चा चोर गैंग की सक्रियता को लेकर भी छानबीन कराई जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।