लोगों की सेहत को लेकर गंभीर नहीं हैं एंबुलेंस सेवा के अफसर
कासगंज संवाद सहयोगी जिले में जहां एक ओर एंबुलेंस सेवा में गडबडी की जांच चल रही है।

कासगंज, संवाद सहयोगी : जिले में जहां एक ओर एंबुलेंस सेवा में गडबडी की जांच चल रही है। वहीं दूसरी तरफ मौजूद स्थिति एंबुलेंस सेवा के अफसर लोगों की सेहत को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। तभी तो एंबुलेंस की फिटनेस कराने में लापरवाही बरती जा रही है। बार-बार नोटिस के बावजूद भी एंबुलेंस की फिटनेस में ढिलाई हो रही है। 15 अनफिट एंबुलेंस में से मात्र दो एंबुलेंस की फिटनेस कराई जा चुकी है।
मरीजों और घायलों की सेहत के लिए सुरक्षा का कवच कहीं जाने वाली एंबुलेंस उनकी जान को खतरा बन सकती हैं। सरकारी एंबुलेंस सेवा के वाहन अनफिट हो रहे हैं। एआरटीओ राजेश राजपूत ने पिछले दिनों दो बार स्वास्थ्य विभाग को नोटिस जारी कर दिया। तब भी विभाग की ओर से गंभीरता नहीं दिखाई जा रही। परिवहन विभाग के रिकार्ड के मुताबिक 15 एंबुलेंस हैं जिनमें से मात्र दो की फिटनेस हुई है। बिना फिटनेस दौड रही एंबुलेंस लोगों की जान को खतरा बन सकती हैं, लेकिन जिम्मेदार अभी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। परिवहन विभाग ने फिर चेतावनी दी है कि जल्द ही फिटनेस नहीं कराई तो परिवहन विभाग अपने स्तर से पंजीकरण निलंबन की कार्रवाई करने को मजबूर होगा। आंकड़े की नजर से
40 सरकारी एंबुलेंस हैं जिले में
20 एंबुलेंस 108 सेवा की हैं
20 एंबुलेंस 102 सेवा की हैं
13 एंबुलेंस की अभी होनी है फिटनेस सरकारी एंबुलेंस की फिटनेस के लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख दिया है। दो बार नोटिस दे चुके हैं। फिर से नोटिस दिया जाएगा।
- राजेश राजपूत, एआरटीओ दो एंबुलेंस की फिटनेस होनी थी उनकी फिटनेस करा दी गई है। अन्य एंबुलेंस की फिटनेस की क्या स्थिति हैं। इसकी विस्तृत जानकारी करेंगे।
- डा- अनिल कुमार, सीएमओ
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