खान पान और दिनचर्या पर निर्भर करती है मधुमेह की बीमारी
कासगंज संवाद सहयोगी मधुमेह के मरीज जिले में तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं।

कासगंज, संवाद सहयोगी : मधुमेह के मरीज जिले में तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। यह चिता का विषय बना हुआ है। अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों में 15 फीसद मरीज जांच में मधुमेह से ग्रसित पाए जा रहे हैं। चिकित्सकों की सलाह है कि इस बीमारी से बचने के लिए दिनचर्या व्यवस्थित करनी होगी और खान पान पर संयम रखना होगा।
तमाम लोगों को पता ही नहीं होता कि वे मधुमेह से ग्रसित हैं। जब जांच होती है, तब इस बीमारी की जानकारी होती है। यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। क्योंकि, मुधमेह ग्रसित रोगी को यदि चोट लग जाए तो दवाएं बहुत अधिक कारगर नहीं हो पाती। इसके अलावा अन्य तमाम समस्या होती हैं। इसलिए मधुमेह से बचना है तो जागरूक होना पड़ेगा। प्रतिदिन तेज गति से चलना होगा। व्यायाम करने होगे तब तो मधुमेह को हरा पाएंगे। यदि अपनी रफ्तार तेज नहीं की तो मधुमेह की रफ्तार तेज रहेगी। चिकित्सकों की सलाह है कि हर हाल में संयमित भोजन का फार्मूला अपनाना होगा। गर्भवती महिलाओं को वजन नियंत्रित करना होगा। मधुमेह की समस्या ने घिरें। जागरूकता के साथ इस बीमारी से बचें। अपनी दिनचर्या व्यवस्थित रखें। यदि एक बार यह बीमारी हो जाए तो यह बढ़ती ही रहती है। इस बीमारी से बचने के लिए व्यायाम जरूर करें।
- डा. हरीश कुमार, चिकित्साधीक्षक सोरों लोग भागमभाग में दिनचर्या अव्यवस्थित कर चुके हैं। इसी कारण मधुमेह के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। खानपान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अन्यथा सेहत बिगड़ सकती है।
डा. विनायक, चिकित्सक सोरों अस्पतालों में जो नियमित रोगी पहुंचते हैं उनकी जांच में लगभग 15 फीसद तक रोगी मधुमेह से ग्रसित पाए जा रहे हैं। पिछले तीन साल की तुलना में मुधमेह के रोगियों की संख्या बढ़ी है।
- डा. अनिल कुमार, सीएमओ
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