गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 8 सेंटीमीटर ऊपर, कासगंज में बाढ़ का अलर्ट; तटवर्ती क्षेत्रों में दहशत
पिछले कुछ दिनों से गंगा के जलस्तर में कमी आ रही थी लेकिन शनिवार को गंगा का जलस्तर 8 सेंटीमीटर बढ़ गया जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में दहशत फैल गई है। पहाड़ों से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है। कछला घाट पर जलस्तर 162.48 मीटर तक पहुंच गया है जिससे ग्रामीणों में चिंता बढ़ गई है और सिंचाई विभाग सतर्क हो गया है।

संवाद सहयोगी, जागरण. कासगंज। पिछले दिनों से गंगा के जलस्तर में कमी आ रही थी। शुक्रवार को गंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई, लेकिन शनिवार को सुबह गंगा का जलस्तर आठ सेंटीमीटर अचानक बढ़ गया। जिससे तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की धड़कनें तेज हो गई हैं। पहाड़ों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई है। बाढ़ चौकियां और सिंचाई विभाग सतर्क हो गया है।
हरिद्वार, बिजनौर, नरौरा बैराजों से गंगा में पानी छोड़े जाने का क्रम लगातार जारी है। पानी की मात्रा कम और बढ़ने से जलस्तर में उतार चढ़ाव हो रहा है। शुक्रवार को कछला घाट पर गंगा का जलस्तर 162.40 मीटर पहुंच गया था जो खतरे के निशान पर था। जबकि शनिवार को गंगा का जलस्तर आठ सेंटीमीटर बढ़ गया।
तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की फिर से धड़कनें बढ़ीं
शनिवार को कछला पर गंगा का गेज 162.48 मीटर हो गया। जिससे ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। ग्रामीण परेशान हो उठे हैं। पहले से ही पटियाली क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। पानी निकल नहीं रहा। जिससे क्षेत्रीय लोग परेशान हैं। उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है।
पहाड़ों से पानी छोड़े जाने के बाद बढ़ा जलस्तर
इधर अचानक गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि की जानकारी पर तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों के सामने बाढ़ का मंजर एक बार फिर आ गया है। यदि स्थिति ऐसी रही तो गंगा में फिर से बाढ़ के हालात बन जाएंगे। इसे लेकर सिंचाई विभाग भी चिंतित बना हुआ है। निगरानी बढ़ा दी है। बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया है।
गंगा में छोड़ा गया पानी
- हरिद्वार 137738 क्यूसेक
- बिजनौर 181709 क्यूसेक
- नरौरा 122848 क्यूसेक
- कछला पर गेज 162.48 मीटर
शनिवार को गंगा के जलस्तर में आठ सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी हो गई। पटियाली क्षेत्र के लोग परेशान हो उठे हैं। बाढ़ चौकियां सतर्क कर दी हैं। सिंचाई विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है। - पंकज कश्यप, एई सिंचाई
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