Kaushambi News : ... तो ससुराल और मायके पक्ष की खींचतान में 'तमाशा' बन गया बुधरानी का शव, DM ने दिए जांच के आदेश
कौशांबी में बुधरानी की मौत के बाद मायके पक्ष के लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट स्पष्ट नहीं होने पर शव को बाइक पर लेकर भाग गए। ससुराल वालों और ग्रामीणों ने उन्हें रोका। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में शव की दुर्गति देखकर लोग टिप्पणी कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जिलाधिकारी ने भी जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, कौशांबी। बुधरानी की मौत के बाद उसके शव की दुर्गति उसके अपनों ने कर डाली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं होने पर मायके पक्ष के लोग हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए अंतिम संस्कार के लिए ले जाए जा रहे शव को बाइक में रखकर भाग निकले। ससुरालियों संग ग्रामीणों ने पीछा कर मायके पक्ष के लोगों को रोका व समझाकर ससुराल में अंतिम संस्कार कराया।
मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ। महज 25 मिनट के वीडियो में अंतिम संस्कार के पहले शव की दुर्गति अपनों द्वारा किए जाने को लेकर लोग तमाम तरह के कमेंट पोस्ट कर रहे हैं। प्रसारित वीडियो कड़ाधाम क्षेत्र के गुलाम मोहम्मद का पूरा गांव का है।
गुलाम मोहम्मद का पूरा गांव निवासी छंगूलाल अपने छोटे बेटे राजेंद्र के साथ गाजियाबाद में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनका बड़ा बेटा जीतेंद्र दुबई में नौकरी करता है। घर में उनकी पत्नी 47 वर्षीय पत्नी बुधरानी अकेली रहती थी। शनिवार को संदिग्ध हालत में बुधरानी की मौत हो गई थी। पट्टीदार रामलाल ने शव देखा तो पुलिस को सूचना दी।
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रामलाल ने बताया कि बुधरानी का शव फंदे से झूल रहा था। सूचना पर पहुंची कड़ाधाम कोतवाली पुलिस ने शव का पंचनामा भरने के बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर घटना की जानकारी होने पर छंगूलाल व राजेंद्र भी गांव आ गए।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह तो साफ हो गया कि बुधरानी की मौत फंदे से लटकने के कारण नहीं हुई थी। जहर से मौत होने की आशंका में चिकित्सकों ने विसरा प्रिजर्व किया। रविवार को स्वजन पोस्टमार्टम हाउस से शव आटो में लादकर घर पहुंचे। वहां अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, तभी मायके पक्ष के लोगों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
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इसके बाद बांस की टिट्टी में रखे बुधरानी के शव को मायके पक्ष के लोग बाइक में लेकर भाग निकले। इसको लेकर ग्रामीणों संग ससुराल पक्ष के लोगों ने शव छीन लिया। मानवीय संवेदना को तार-तार करने वाली घटना का किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में प्रसारित कर दिया। हालांकि, दैनिक जागरण ऐसे किसी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। बाद में दोनों पक्ष की सहमति के बाद शव का मृतका की ससुराल में अंतिम संस्कार किया गया।
मृतका बुधरानी के बेटे राजेंद्र का कहना है कि पोस्टमार्टम कराने के बाद मम्मी के शव के अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी। ननिहाल पक्ष से काफी लोग आए थे। किसी बात को लेकर घरवालों व ननिहाल पक्ष के लोगों से विवाद हुआ। इसकी जानकारी पर पुलिस भी आ रही। बाद में पुलिस के समझाने पर शव का अंतिम संस्कार किए जाने की सहमति बनी। रात होने के कारण साधन नहीं मिला। जिसकी वजह से शव को बाइक से अंत्येष्टि स्थल तक ले जाया गया।
सीओ सिराथू सत्येंद्र तिवारी का कहना है कि बुधरानी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए ससुराल पक्ष की सिपुर्दगी में दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। चिकित्सकों ने विसरा प्रिजर्व किया है। इसके बाद क्या हुआ? इसकी जानकारी नहीं है। अगर कोई पक्ष तहरीर देता है तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने कहा कि प्रकरण संज्ञान में आया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एंबुलेंस की व्यवस्था है। किन स्थितियों में एंबुलेंस नहीं दी गई? स्वजन ने एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग से मांगी थी या नहीं? इसकी जांच कराई जाएगी। प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम प्रकरण की जांच करेगी। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगें, उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
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