सात वचनों के साथ वर-कन्या को ट्रैफिक नियम का संकल्प भी दिलाएंगे पुरोहित, यातायात माह को लेकर कौशांबी में पहल
कौशांबी में पुरोहित विवाह के दौरान दुल्हा-दुल्हन को सात वचनों के साथ ट्रैफिक नियमों का पालन करने का संकल्प दिलाएंगे। सहालग के सीजन में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है। पुलिस भी यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ा रही है, क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं में मौतों के आंकड़े भयावह हैं। पुरोहितों का संकल्प है कि वे हेलमेट और सीट बेल्ट के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे।

कौशांबी में पुरोहित वर-कन्या को सात वचनों संग आठवां ट्रैफिक नियमों का भी संकल्प दिलाएंगे।
जागरण संवाददाता, कौशांबी। विवाह में वर-कन्या के लिए सात संकल्प सदियों से दिलाए जाते रहे हैं। लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण आठवां संकल्प अगर पुरोहित पढ़ाते नजर आएं, तो हैरान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, यह पहल सहालग के सीजन में कुछ पुरोहितों ने अपनी तरफ से की है। मकसद सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। दुल्हन का सुहाग अमर रहे, इसी भावना से इस मुहिम की शुरुआत की गई है।
वैवाहिक सीजन में शादी-ब्याह
अगहन मास के अश्विन पक्ष से वैवाहिक आयोजन शुरू हो रहे हैं। शुभ कार्य तेजी से होने लगेंगे। खासकर शादियों का दौर चल पड़ेगा। शादी के बाद बेटी ससुराल में राजी-मजे से रहे, यह सपना हर गरीब व अमीर माता-पिता का होता है। इसके लिए बाबुल (लड़की का पिता) अपनी हैसियत से बढ़कर ससुरालियों को उपहार देता है।
उपहार में कार व बाइक की अधिक मांग
उपहार में बाइक व कार की भी खूब मांग की जाती है। नई बाइक से ओवर स्पीड के कारण अक्सर हादसे भी होते हैं। ऐसे में कई ऐसे नवदंपती भी होते हैं, जिनकी नई दुनिया शुरू होने से पहले ही सब कुछ हादसे के कारण बिखर चुकी होती है।
हादसों को रोकने के लिए पुराेहितों की पहल
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिले के कुछ पुरोहितों ने अपनी तरफ से पहल शुरू की है। पुरोहितों की मानें तो वर व कन्या के बीच दिलाए जाने वाले सात संकल्प बेहद अहम होते हैं। इस बार यातायात माह नवंबर भी चल रहा है। पुलिस सड़कों पर निकलकर वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ा रही है। माना जा रहा है कि जिस तरह वैवाहिक बंधन के दौरान वर व वधू के बीच सात संकल्प दिलाए जाते हैं, उसमें अगर सड़क सुरक्षा के नियमों को जोड़ा जाए तो काफी हद तक मार्ग हादसों की घटनाओं में कमी लाई जा सकती है।
बिना हेलमेट बाइक नहीं देने का संकल्प
पुलिस ने भी यातायात माह को लेकर अभियान चला रही है। बाइक एजेंसी मालिकों से भी संपर्क किया जा रहा है कि वह वाहन बेचने के दौरान खरीदारों को हेलमेट जरूर दें। हेलमेट के फायदे के बाबत बताया जाए। इसके अलावा चेकिंग के दौरान नए वाहन लेकर फर्राटा भरने वाले कार व बाइक सवारों को भी नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। स्कूलों में पेंटिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिता, रंगोली जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जा रही हैं।
10 माह में हुईं 334 घटनाएं, 180 लोगों की गई जान
जिले में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों के आंकड़े काफी भयावह हैं। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक एक जनवरी से लेकर 31 अक्टूबर तक जिले में सड़क दुर्घटना की 334 घटनाएं हुईं। जिसमें 180 लोगों की मृत्यु हो गई। 236 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए या फिर दिव्यांगता का शिकार बने।
क्या कहते हैं पुरोहित
पंडित शिवा अभिलाष शास्त्री का कहना है कि हर साल लग्न पत्रिका विचार कर शादियां कराई जाती हैं। इस बार वैवाहिक आयोजन में वर को अगर उपहार में बाइक मिलती है तो हेलमेट पहनने व कार मिलती है तो सीट बेल्ट लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

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