जेल से लौटे पिता को घर में नहीं दिखा बेटा… पत्नी से पूछा तो करने लगी आनाकानी, फिर पड़ोसियों की बातों ने किया हैरान
मारपीट के मामले में जेल से रिहा हुए महेंद्र कुशवाहा ने अपने बेटे के मतांतरण का आरोप लगाया है। पत्नी द्वारा गलत जानकारी देने पर संदेह होने पर पड़ोसियों से पता चला कि उनका बेटा एक मदरसे में पढ़ रहा है। शिकायत मिलने पर पुलिस मदरसा संचालक और माता-पिता से पूछताछ कर रही है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

जागरण संवाददाता, कुशीनगर। मारपीट के मामले में सजा काट रहे हिंदू अधेड़ ने मदरसे में पढ़ रहे बेटे का मतांतरण कराने का आरोप लगाया है। पिता की शिकायत पर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। अधेड़ ने पत्नी की भूमिका पर भी सवाल उठाया है।
हनुमानगंज क्षेत्र के मंसाछापर के महेंद्र कुशवाहा मारपीट के मामले में देवरिया जेल में बंद थे। दस वर्ष की सजा काट गुरुवार को जमानत पर वे रिहा होकर घर आए। घर में पत्नी व 15 वर्षीय छोटा बेटा बिट्टू मौजूद मिला।
17 वर्षीय बड़े पुत्र विपिन को घर में न देख अधेड़ ने पत्नी से पूछा तो उसने बताया कि वह ननिहाल गया है। दो दिन बाद अधेड़ ने जब ससुराल फोन किया तो पता चला कि वह ननिहाल गया ही नहीं है। शक होने पर पत्नी से पूछताछ की तो वह आनाकानी करने लगी।
रविवार को पड़ोस के लोगों से महेंद्र ने बात की तो पता चला कि विपिन एक वर्ष से क्षेत्र के ही कोहरगड्डी स्थित मदरसे में पढ़ता है। यह सुनकर वे हैरान रह गए। मदरसे में बेटे से मिलने पहुंचे। घर चलने को कहे तो उसने मना कर दिया। महेंद्र ने इसकी सूचना खड्डा थाने में दी।
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस हरकत में आ गई। खबर लिखे जाने तक मदरसा संचालक तथा बच्चे व उसके माता, पिता को थाने में बुलाकर पुलिस पूछताछ कर रही थी।
एसएचओ गिरीजेश उपाध्याय ने बताया कि पूछताछ चल रही है। पिता के आरोपों की गहनता से छानबीन की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
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