Kushinagar: जेट्रोफा का फल खाने से 25 स्कूली बच्चे बीमार, मौके से स्कूल के सभी शिक्षक व प्रधानाचार्य फरार
Kushinagar News तमकुही के तुर्कपट्टी महुअवां स्थित लोटस पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 25 स्कूली बच्चे जेट्रोफा का फल खाने से एक साथ गंभीर रूप से बीमार हो गए। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीणों द्वारा जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, तुर्कपट्टी (कुशीनगर) : तमकुही के तुर्कपट्टी महुअवां स्थित लोटस पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 25 स्कूली बच्चे शनिवार की दोपहर बाद दो बजे जेट्रोफा का फल खाने से एक साथ गंभीर रूप से बीमार हो गए। बच्चों के रोने व चीखने की आवाज सुनकर पहुंचे ग्रामीणों द्वारा आनन-फानन जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
स्कूल छोड़कर शिक्षक-प्रधानाचार्य फरार
घटना के बाद स्कूल में मौजूद सभी शिक्षक व प्रधानाचार्य फरार हो गए। एसडीएम ने ग्रामीणों का बयान दर्ज किया तो स्कूल के ठीक बगल में स्थित जेट्रोफा का वह पेड़ भी देखा, जिसका फल बच्चों ने खाया है। एसडीएम व्यास नारायण उमराव ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि विद्यालय की मान्यता ही नहीं है। बीमार होने वालों में एलकेजी से लेकर कक्षा दो के छात्र शामिल हैं।
उल्टी-दस्त शुरू होने पर जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
पिछले तीन वर्ष से संचालित इस विद्यालय में 100 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। मध्यांतर अवकाश के समय कुछ बच्चे स्कूल के बगल स्थित पेड़ की लटकी शाखाओं से फल तोड़कर खाने लगे। यह देखकर कुछ और बच्चे भी आ गए और फल खाए। स्कूल लौटने पर अचानक सभी एक साथ उल्टी-दस्त करने लगे। इसमें 12 बच्चे तो बेहोश होकर अपनी कक्षा में ही गिर गए। इधर बच्चों के रोने व चीखने की आवाज सुनकर अधिक संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। यह देखकर स्कूल का पूरा स्टाफ फरार हो गया। प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन मोबाइल बंद मिला।
27 को ही दिया गया था स्कूल बंद करने का नोटिस
एबीएसए अंकिता सिंह ने बताया कि बिना मान्यता के चल रहे इस स्कूल को बीते 27 जनवरी को नोटिस जारी कर स्कूल के संचालन पर रोक लगाने की बात कही गई थी। प्रबंधक ने इसका पालन नहीं किया और आज घटना घटित हो गई।
सील होगा विद्यलाय, दर्ज कराया जाएगा मुकदमा
बीएसए रामजियावन मौर्य ने बताया कि घटना की जानकारी हुई है। विद्यालय को सील किया जाएगा और मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। रोके के बाद भी विद्यालय को नियम विरुद्ध संचालित किया जा रहा था। वहीं, घटना को लेकर जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि उपचार के बाद अब बच्चों की स्थिति सामान्य है। इस मामले की जांच कराई जा रही है। प्रकाश में आए तथ्यों के आधार पर प्रभावी कार्रवाई भी की जाएगी। बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। जांच में हर पहलू को शामिल किया जाएगा।
ये बच्चे हुए हैं बीमार
आयुष पटेल (8 वर्ष) अर्पित प्रजापति (9 वर्ष) प्रीतम पटेल (10 वर्ष), दीपक (7 वर्ष), ऋषभ शाही (11 वर्ष), लौहचंद गुप्त (8 वर्ष), निशु पासवान (7 वर्ष), शुभम प्रजापति (8 वर्ष), आर्यन प्रजापित (11 वर्ष) , भीम यादव (6 वर्ष), अंश पटेल (9 वर्ष), शालू (7 वर्ष), नंदिनी श्रीवास्तव (9 वर्ष), अमन पटेल (9 वर्ष), आर्यन (6 वर्ष), गौरव (10 वर्ष), आयुष (9 वर्ष), अमित प्रजापति (11 वर्ष), नंदिनी प्रजापति (6 वर्ष), अमन कुमार प्रजापति (11 वर्ष), धर्मेंद्र शर्मा (7 वर्ष) , शुभम प्रजापति (9 वर्ष), अर्पित पासवान (7 वर्ष), दो बच्चों का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।

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