यूपी के इस जिले में 3 करोड़ की लागत से बना विद्युत उपकेंद्र, इन गांवों को होगा फायदा
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 3 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत उपकेंद्र का निर्माण हुआ है। इस उपकेंद्र से कई गांवों को फायदा होगा, बिजली आपूर्ति में सुधार होगा और किसानों को सिंचाई में मदद मिलेगी। इससे क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

तीन करोड़ की लागत से विद्युत उपकेंद्र तैयार।
संवाद सूत्र, फाजिलनगर। ब्लाक के सुमही में बने चार हजार किलोवाट की विद्युत उपकेंद्र ये शुरू होने का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। इससे 20 गांव के उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली विभाग ही इस उपकेंद्र के निर्माण की कार्यदायी संस्था है। फाजिलनगर क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती एक बड़ी समस्या है।
कॉलेज रोड स्थित उपकेंद्र पर लोड ज्यादा होना विभाग बताता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने सुमही में पांच एमबीए (चार हजार किलोवाट) के विद्युत उपकेंद्र का निर्माण कराया। इस पर तीन करोड़ रुपये खर्च किए। सुमहीं, तरूअनवां व चौरा खास नाम से तीन फीडर बने हैं।
तीन माह पूर्व निर्माण कार्य पूर्ण हो गया, किंतु अब तक उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है। लोग विभाग व जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार मान नाराजगी जता रहे हैं।
एसडीओ श्याम जायसवाल ने बताया कि कुछ तकनीकी दिक्कतें थी। उसे ठीक कर लिया गया है। ट्रांसफार्मर की चार्जिंग हो गई है। शीघ्र ही आपूर्ति शुरू की जाएगी। लोकार्पण की तैयारी चल रही है।
मौसम चाहे कोई भी हो बिजली की कटौती फाजिलनगर क्षेत्र में सामान्य बात है। लोड कम या ज्यादा हो तकनीकी मामला है। यह देखना शासन व विभाग का काम है। जनप्रतिनिधि बेखबर हैं। कार्य पूर्ण होने के बाद भी आपूर्ति शुरू नहीं होना विभाग की लापरवाही है। -बसंत कुशवाहा।
सभी कार्य पूर्ण होने के बाद भी बिजली आपूर्ति का शुरू नहीं होना, बिजली विभाग की लापरवाही है। तीन माह से उपकेंद्र के लोकार्पण की बात सुन रहे हैं। इसके बाद आपूर्ति शुरू होने की जानकारी दी जा रही है। -बिजेंद्र सिंह।

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