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    PM Kisan Yojana: यूपी के इस जिले में एक लाख किसानों की रोकी गई सम्मान निधि, वजह जान रह जाएंगे दंग

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 06:46 AM (IST)

    लखीमपुर खीरी में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। प्रशासन ने लगभग एक लाख लाभार्थियों का भुगतान रोक दिया है जिनमें 33 हजार दंपति भी शामिल हैं जिन्होंने गलत तरीके से लाभ उठाया। 32 हजार ऐसे किसान हैं जिन्होंने 2019 के बाद जमीन खरीदी। सरकार वास्तविक किसानों तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सख्त कदम उठा रही है और निगरानी बढ़ा दी है।

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    पीएम किसान में फर्जीवाड़े पर कड़ा एक्शन, करीब एक लाख की निधि रोकी।

    राकेश मिश्र, लखीमपुर। पीएम किसान सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा कर सरकार को चूना लगाने वालों पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। जांच में करीब एक लाख लाभार्थियों की निधि रोक दी गई है। इसमें करीब 33 हजार दंपति शामिल हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से योजना का लाभ लिया।

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    वहीं 32 हजार ऐसे किसान हैं, जिन्होंने 2019 के बाद जमीन का बैनामा कराया या दान पत्र से जमीन ली। ऐसे लोगों को सूचीबद्ध कर उनकी भुगतान प्रक्रिया रोक दी गई है।

    भारत सरकार ने साफ कहा है कि योजना का लाभ केवल वास्तविक किसानों को मिले। इसके लिए कड़ी निगरानी की जा रही है और आगे और सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

    डबल पंजीकरण की समस्या

    सरकारी आंकड़ों के अनुसार 77 हजार से अधिक लोग ऐसे हैं, जो डबल पंजीकरण, पति‑पत्नी द्वारा लाभ, सरेंडर करने वाले, सस्पेक्टेड और भौतिक सत्यापन में रोके गए हैं। इसके अलावा 8772 किसान ऐसे हैं, जिनके आधार लिंक नहीं हैं।यह भी पढ़ें- PM Kisan Yojana: क्या पहले की तरह इस बार भी अक्टूबर में आएगी 21वीं किस्त या करना होगा और इंतजार? देखें डिटेल

    कैमहरा गांव में खुला मामला

    कैमहरा गांव के फेरूलाल ने डीएम से शिकायत की थी। जांच में सामने आया कि पति-पत्नी दोनों योजना का लाभ ले रहे थे। सकेथू गांव के कई लोंगो की लटकी निधि सकेथू गांव में पच्चालाल, चंद्र देवी और ममता देवी के मामलों में भी पति-पत्नी दोनों लाभ ले रहे थे।

    बैंक खाते में तकनीकी खामियां विजय प्रकाश का बैंक खाता एनपीसीआई से लिंक नहीं है। नेराज कुमार मौर्य ने केवाईसी नहीं कराई, जबकि दिनेश कुमार का भू अंकन नहीं है और उसका खाता भी लिंक नहीं पाया गया।

    उप निदेशक कृषि गिरीश चन्द्र का कहना है कि ऐसे सभी मामलों की जांच कर संबंधित लाभार्थियों की निधि रोककर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उद्देश्य यही है कि योजना का लाभ सही किसानों तक ही पहुंचे।

    • कुल लटके मामले -77712
    • पति-पत्नी - 32724
    • सस्पेक्टेड- 31556
    • भौतिक सत्यापन- 10516
    • सरेंडर-1476
    • डबल पंजीकरण-1440