Dudhwa Tiger Reserve: दुधवा में इस बार सैलानियों को मिलेगा नया स्वाद, उठाएंगे आदिवासी भोजन थारू थाली का लुत्फ
Dudhwa Tiger Reserve: पर्यटकों की बंगाल टाइगर, एक सींग वाला गैंडा, पांच तरह के हिरन व करीब 450 प्रजाति के पक्षियों को करीब से देखने की उम्मीद यहां पूरी हो बनी हुई है। इसके अलावा साइबेरियन पक्षी, भालू, जंगली हाथियों के झुंड तथा गैंडा भी देखने को मिल सकता हैं।

दुधवा टाइगर रिजर्व का प्रवेश द्वार
हरीश श्रीवास्तव,जागरण, लखीमपुर: साल के घने जंगलों के बीच पलियाकलां में दुधवा टाइगर रिजर्व के दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीवों को देखने काे आतुर लाेगाें का इंतजार समाप्त हाेने वाला है। प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना व पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह एक नवंबर शनिवार काे सत्र का शुभारंभ करेंगे। पहली नवंबर को पार्क का द्वार सैलानियों के लिए खोला जाएगा।
प्रकृति के बीच रहने और घने जंगल की सुंदरता का आनंद उठाने से साथ इस बार पर्यटकाें के लिए भाेजन के विशेष थाल की भी व्यवस्था की गई है। इस बार दुधवा आने वाले सैलानियों को थारू आदिवासी जनजाति के भोजन का आनंद लेने का भी मौका मिलेगा। सैलानियों के लिए बनी कैंटीन में थारू थाली उपलब्ध कराई जाएगी। पर्यटकों के लिए इस बार नया आकर्षण होगा थारू थाली। पार्क प्रशासन इस साल दुधवा घूमने आने वाले पर्यटकों को थारू भोजन उपलब्ध कराएगा।
इसके लिए कैंटीन संचालक को निर्देशित किया जा चुका है। थारू थाली में जंगल लकड़ी की आग में पकी रोटी के अलावा चावल व प्राकृतिक मसालों से छुकी हुई दाल, चोखा, लहसुन की चटनी व मौसमी सब्जी के अलावा, देशी बांस का अचार तथा गाय का शुद्ध देशी घी शामिल होगा। थारथाली का लुत्फ उठाने के लिए आपको दुधवा की कैंटीन तक जाना होगा। जहां घने जंगलों के बीच रहने वाले थारूओं के खास व हर दिन बनने वाले दोनों तरीके के व्यंजनों की स्वादिष्ट थाली का आनंद भी पर्यटक ले सकेंगे।
दुधवा टाइगर रिजर्व के उप निदेशक जगदीश आर ने बताया कि दुधवा टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र का प्रारंभ शनिवार को होगा। विधिवत पूजन के बाद सैलानियों को जंगल सफारी पर जाने दिया जाएगा। पहले दिन जंगल भ्रमण नि:शुल्क रहेगा। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। पर्यटकों को इस बार थारु थाली उपलब्ध कराने की योजना है। जिसे हर हाल में पूरा करने पर जोर है। पर्यटकों की बंगाल टाइगर, एक सींग वाला गैंडा, पांच तरह के हिरन व करीब 450 प्रजाति के पक्षियों को करीब से देखने की उम्मीद यहां पूरी हो बनी हुई है। इसके अलावा साइबेरियन पक्षी, भालू, जंगली हाथियों के झुंड तथा गैंडा भी देखने को मिल सकता हैं। दुधवा टाइगर रिजर्व में रुकने के लिए 14 बेहतरीन हट मौजूद हैं जो आधुनिक सुविधा से परिपूर्ण है। ठहरने के लिए 10 व 20 बेड की दो डोरमेट्री भी है।
कैसे करें आनलाइन बुकिंग
दुधवा की हट की बुकिंग पूर्ण रूप से आनलाइन की जाती है। इसके लिए यूपी इको टूरिज्म की आफिशियल वेबसाइट पर आपको एक लिंक मिल जाएगा। इसके अलावा आप दुधवा टाइगर रिजर्व की वेबसाइट का भी प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि यह वेवसाइट अभी शुरू होने की प्रक्रिया में है। वन निगम की आफिशियल वेबसाइट पर जाकर हट की बुकिंग की जा सकती है। थारू हट दो व्यक्तियों के लिए होता है।
जंगल भ्रमण के लिए ये है शुल्क
जंगल भ्रमण के लिए वन विभाग कुछ शुल्क वसूलता है। पुरानी दरें अभी लागू हैं, लेकिन इसके संशोधित होने की संभावना है। वैसे तो प्रति व्यक्ति 100 रुपये का फिक्स चार्ज है। रोड टैक्स तीन सौ रुपये है। जिप्सी के 2360 रुपये हैं, जिसमे नेचर गाइड के पैसे व जीएसटी शामिल है। ए ग्रेड गाइड के 450 रुपये है। गैंडा पुनर्वास फेज में एक हाथी पर बैठकर सवारी करते हुए गैंडाें का दीदार 1600 रुपये में होगा।
दुधवा फाउंडेशन की बैठक 31 काे
दुधवा फाउंडेशन की बैठक 31 अक्टूबर को प्रस्तावित है। जिसमें दुधवा के संचालन व पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधा पर विचार किया जाएगा। बैठक में दुधवा में पर्यटकों के घूमने की नई दर लागू करने पर विचार हो सकता है। पुरानी दरें दो वर्ष से प्रभावी हैं, जिसमें वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। बैठक में वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना सहित वन विभाग के अधिकारी व स्थानीय विधायक के साथ सांसद व फाउंडेशन के सदस्य शामिल होंगे।

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