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    जब पुलिसवाले को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस, कोतवाली में मच गई गहमागहमी… अधिकारी भी रह गए सन्न!

    Updated: Tue, 18 Feb 2025 10:56 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने ललितपुर में दो पुलिसकर्मियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने की कोशिश की लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसका विरोध किया और आरोपियों को छोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह गिरफ्तारी दिल्ली में दर्ज एक मामले में की गई थी लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसके लिए आवश्यक अनुमति नहीं लेने का आरोप लगाया। मामले की जांच के लिए जांच टीम गठित की गई है।

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    ललितपुर: थाना में स्थानीय पुलिस से वार्ता करती पुलिस।

    जागरण संवाददाता, ललितपुर। दिल्ली में दर्ज मुकदमे में दो पुलिसकर्मी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर दिल्ली पुलिस और जिला पुलिस आमने-सामने आ गई। पुलिसकर्मियों को शिकंजे में देख एसओजी टीम के साथ पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तारी को अपनाए गए तरीके पर सवाल उठाए तो दिल्ली पुलिस की पकड़ ढीली हो गई। एसपी ने इस पूरे मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी है।

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    यह है पूरा मामला

    पुलिस महकमे में मंगलवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब प्राइवेट वाहनों से आए लोगों ने सीधे पुलिस लाइन पहुंचकर एक सिपाही एवं उसके साथी को पकड़ कर अपनी गाड़ी में डालकर ले गए। इस सूचना पर कोतवाली पुलिस और एसओजी हरकत में आ गई। गाड़ी में आए लोगों की तलाश में जुट गई।

    इसी दौरान कार सवार लोग दोनों पुलिसकर्मियों समेत तीन लोगों को लेकर सदर कोतवाली पहुंच चुके थे। एसओजी व कोतवाली पुलिस कर्मियों को कार सवार लोगों ने अपना परिचय दिल्ली पुलिस के रूप में दिया।

    बताया कि दो पुलिस कर्मियों समेत तीनों लोगों को दिल्ली के न्यू अशोकनगर थाने में दर्ज मामले में पकड़ा गया है। इस दौरान गिरफ्तारी के लिए अपनाए गए तरीके लोगों को लेकर दिल्ली पुलिस कर्मियों एवं एसओजी व कोतवाली पुलिस के बीच जमकर तनातनी हुई।

    कोतवाली में ही छोड़ दिए गए आरोपी

    जानकारी पाकर सीओ सिटी अभय नारायण राय, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रमेश चंद्र मिश्र ने दिल्ली के पुलिस कर्मियों से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली, जिस पर दिल्ली पुलिस कर्मियों की ओर से न्यू अशोकनगर थाने में दर्ज मुकदमे के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। 

    जब उनसे यह पूछा गया कि जिले में आकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उन्होंने किसी सक्षम अधिकारी से अनुमति प्राप्त की है या फिर जिले में आने पर थाने पर आकर पुलिस को सूचित किया गया? जिस पर दिल्ली पुलिस कर्मियों की पकड़ ढीली हो गई और तीनों आरोपियों को कोतवाली में ही छोड़ दिया गया। 

    इसके बाद दिल्ली पुलिस कर्मियों एवं क्षेत्राधिकारी सदर एवं प्रभारी निरीक्षक कोतवाली के बीच कई घंटे तक वार्तालाप का दौर चला। 

    देर शाम पुलिस अधीक्षक ने दिल्ली के उच्चाधिकारियों से संपर्क साधा और पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया तथा दिल्ली में लिखे गए मुकदमे में कार्यवाही के मामले की जांच क्षेत्राधिकारी को सौंप दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस कर्मी खाली हाथ वापस लौट गए। 

    दिल्ली में दर्ज केस में आपस में रुपयों के लेनदेन का मामला है, जिसमें दिल्ली पुलिस विवेचना कर रही है।  जिले में कार्यवाही के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई। साथ ही एक पुलिसकर्मी को अनावश्यक प्रताड़ित भी किया गया। इस पूरे प्रकरण की जांच सीओ सिटी से कराई जा रही है, जिसमें आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

    -मोहम्मद मुश्ताक, पुलिस अधीक्षक, ललितपुर

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