एयरपोर्ट पर आए युवक की बोलचाल पर हुआ शक… सुरक्षाकर्मियों ने मांगा पासपोर्ट, ट्रैवल हिस्ट्री देख सभी रह गए हैरान
लखनऊ एयरपोर्ट पर फर्जी पासपोर्ट के साथ एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया। वह मलेशिया भागने की फिराक में था। पूछताछ में पता चला कि वह पिछले दस वर्षों से उन्नाव में रह रहा था और कूटरचित दस्तावेजों के सहारे उसने भारतीय पासपोर्ट बनवाया था। उसके फोन में बांग्लादेशी संपर्क और सोशल मीडिया पर बांग्लादेशी समूहों से जुड़े होने के प्रमाण मिले हैं।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। कूटरचित दस्तावेजों के सहारे भारतीय पासपोर्ट बनाकर मलेशिया भाग रहे एक बांग्लादेशी को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन की टीम ने पकड़ लिया।
एफआरआरओ लखनऊ टीम ने बांग्लादेशी नागरिक से कड़ी पूछताछ की। आरोपी के इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स, फोन कॉन्टैक्ट्स और बंगाली चैट्स से बांग्लादेशी संपर्कों का पता चला है। आरोपी उन्नाव के सफीपुर इलाके के गढ़ी क्षेत्र में रह रहा था।
बंगलादेश के चिटगांव के बांदरबन का रहने वाला नसीम लंबे समय से उन्नाव में रह रहा था। उसने उन्नाव की तहसील से अपना निवास प्रमाण पत्र बनवाया।
इसी से उसने आधार बनवा लिया और फिर पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया। दस्तावेजों की जांच और पुलिस सत्यापन के बाद उसे पासपोर्ट नंबर आर 9857356 जारी हो गया।
आरोपी नसीम शनिवार रात 9.30 बजे की कुआलालंपुर जाने वाली उड़ान से रवाना होने एयरपोर्ट पहुंचा तो उन्नाव का होने के बावजूद उसकी बोलचाल पर इमिग्रेशन की टीम को उसपर शक हुआ। टीम ने नसीम की पिछली यात्रा का ब्योरा जुटाया।
आरोपी के फोन में अधिकांश संपर्क बांग्लादेश के पाए गए
आरोपी फेसबुक पर भी बांग्लादेशी गांव से जुड़े एक ग्रुप में सक्रिय था। उसकी यूट्यूब हिस्ट्री में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी सर्च और बंगाली गानों के डाउनलोड मिले हैं। पड़ताल में यह भी सामने आया कि आरोपी ने अगस्त 2025 में त्रिपुरा की यात्रा की थी।
उसके फोन से अगरतला से कोलकाता का रिटर्न टिकट भी बरामद हुआ है। आव्रजन विभाग की पूछताछ और ठोस सबूतों के सामने आरोपी ने स्वीकार कर लिया कि वह बांग्लादेश का निवासी है।
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