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    Bihar Elections: बिहार के रण में आज दम दिखाएंगी मायावती, एक ही सभा से पूरा चुनाव साधने की रणनीति

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 05:31 AM (IST)

    बसपा सुप्रीमो मायावती बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत के लिए आज कैमूर जिले के भभुआ में जनसभा करेंगी। बसपा ने बिहार में अकेले ही सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, लेकिन लगभग 190 उम्मीदवार ही मैदान में हैं। मायावती इस एक जनसभा के माध्यम से पूरे चुनाव को साधने की कोशिश करेंगी।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बिहार विधान सभा चुनाव में अबकी अकेले ही मैदान में उतरी बसपा की जीत के लिए पार्टी सुप्रीमो मायावती गुरुवार को दम दिखाएंगीं। कैमूर जिले के भभुआ में उनकी चुनावी जनसभा होगी।

    बिहार में पहले चरण के लिए गुरुवार को ही मतदान होना है, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट पड़ेंगे। ऐसे में बसपा प्रमुख इस बार एक ही जनसभा से पूरे चुनाव को साधने की कोशिश करेंगी।

    तय कार्यक्रम के अनुसार बसपा प्रमुख की जनसभा दोपहर में भभुआ हवाई पट्टी के पास स्थित मैदान में होगी। कैमूर जिले में पार्टी ने भभुआ, मोहनियां, रामगढ़ और चैनपुर, चारों विधान सभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इस क्षेत्र में बसपा अन्य जगहों से ज्यादा मजबूत मानी जाती है। पूर्व में पार्टी प्रत्याशी यहां जीत हासिल कर चुके हैं।

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    मायावती जनसभा के माध्यम से पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास करेंगी। उनकी जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए कई दिनों से तैयारी चल रही है। कैमूर के साथ आसपास के अन्य विधान सभा क्षेत्रों से भी पार्टी समर्थकों के सभा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। अबकी बसपा ने बिहार में अकेले ही सभी 243 सीटों पर लड़ने की निर्णय किया था।

    पार्टी ने ज्यादातर सीटों पर प्रत्याशी उतारे भी थे लेकिन विभिन्न कारणों से बड़ी संख्या में नामांकन रद होने से लगभग 190 उम्मीद्वार ही मैदान में हैं। चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के साथ राष्ट्रीय समन्वयक एवं राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम व अनिल सिंह आदि को लगा रखा है।

    गौरतलब है कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में बसपा महालोकत्रांतिक सेकुलर मोर्चा में शामिल होकर 80 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज कराने के साथ ही छह लाख से ज्यादा वोट हासिल किया था।

    पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के मैदान में भी अकेले ही उतरी बसपा का उत्तर प्रदेश-बिहार सहित किसी भी राज्य में खाता नहीं खुला था।