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    बिहार चुनाव में महागठबंधन के लिए जनसमर्थन जुटाएंगे पूर्वांचल के कांग्रेसी, इन नेताओं की सौंपी गई कमान

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 11:00 PM (IST)

    बिहार चुनाव में महागठबंधन के समर्थन के लिए पूर्वांचल कांग्रेस ने कमर कस ली है। पार्टी ने पूर्वांचल के कई नेताओं को बिहार में जनसमर्थन जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी है। ये नेता स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर महागठबंधन की नीतियों को जनता तक पहुंचाएंगे और अधिक से अधिक समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे।

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    बिहार चुनाव में महागठबंधन के लिए जनसमर्थन जुटाएंगे पूर्वांचल के कांग्रेसी।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल के नेताओं के जरिए समीकरण बदलने का प्रयास करेगी। राज्य के 19 जिलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को बिहार के अलग-अलग जिलों में महागठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के पांच नेताओं को अलग-अलग जिलों का पर्यवेक्षक बनाया है।

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    इनमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, सांसद व उप्र कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन तनुज पुनिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य व पूर्व विधायक संजय कपूर को जिम्मेदारी सौंपी गई है जबकि स्टार प्रचारकों की सूची में यूपी से राय व इमरान प्रतापगढ़ी हैं।

    पार्टी ने अजय राय को बक्सर, प्रदीप जैन को सीतामढ़ी, तनुज पुनिया को सहरसा व संजय कपूर को शेखपुरा का पर्यवेक्षक बनाया है। राय के जरिए भूमिहार वोट बैंक को साधने का प्रयास करेगी। पिछड़ों को आकर्षित करने की जिम्मेदारी अजय कुमार लल्लू व वंचितों को साधने का जिम्मा तनुज पुनिया पर होगा।

    जातीय समीकरणों के साथ ही संगठन का अनुभव रखने वाले प्रदीप जैन व संजय कपूर को भी बिहार की रणभूमि में भेजा जा रहा है। कपूर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी रहे हैं। वहीं बिहार में पूर्वांचल के नेताओं का दखल भी बढ़ाया गया है। इसके पीछे उनके स्थानीय जुड़ाव का लाभ उठाने की रणनीति है।

    पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार के पश्चिमी चंपारण में सहयोग के लिए महाराजगंज, गोपालगंज के लिए कुशीनगर व बस्ती, पूर्वी चंपारण के लिए गोरखपुर, सिवान के लिए देवरिया, भोजपुर के लिए मऊ व अंबेडकरनगर, सारण के लिए बलिया, रोहतास के लिए गाजीपुर व सुलतानपुर, बक्सर के लिए वाराणसी, कैमूर के लिए चंदौली, पटना के लिए अयोध्या व प्रयागराज, वैशाली के लिए जौनपुर, नालंदा के लिए कौशांबी, जहानाबाद के लिए भदोही, गया के लिए मीरजापुर व औरंगागाद के लिए सोनभद्र नेताओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि छठ पूजा के बाद 29 अक्टूबर से प्रदेश के नेताओं की बिहार में सक्रियता बढ़ेगी।