एक ही मोबाइल नंबर पर कई फर्म पंजीकृत कराने वालों की होगी जांच, पंजीयन की संख्या तय करने की तैयारी
बिहार में एक ही मोबाइल नंबर से कई फर्मों के पंजीकरण की जांच वाणिज्य कर विभाग करेगा। विभाग पंजीकरण की संख्या तय करने की तैयारी में है ताकि फर्जी फर्मों पर लगाम लगाई जा सके और कर चोरी को रोका जा सके। इस पहल से वास्तविक व्यापारियों को लाभ होगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। राज्य कर विभाग एक ही मोबाइल नंबर पर कई फर्मों का पंजीकरण कराकर गड़बड़ी करने वालों की जांच करेगा। विभाग की मुरादाबाद की टीम द्वारा एक ही नंबर पर 60 बोगस फर्म बनाकर टैक्स चोरी करने का मामला पकड़े जाने का बाद राज्य कर विभाग ने यह आदेश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं।
राज्य कर आयुक्त नितिन बंसल के मुताबिक एक ही नंबर पर कई फर्म बनाने से जुड़े अन्य प्रकरणों की जांच करने के आदेश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। बोगस फर्मों के पंजीकरण में विभाग के जो भी कार्मिक दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बताया कि फर्मों के पंजीकरण के साथ ही मौके पर फर्म है अथवा नहीं इसकी जांच करने का प्रविधान पहले से है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक बोगस फर्मों के पंजीकरण के जरिए गड़बड़ी के मामलों को देखते हुए जीएसटी काउंसिल एक मोबाइल नंबर पर अधिकतम फर्मों के पंजीकरण की संख्या तय करने की दिशा में काम कर रही है।
अभी एक ही मोबाइल नंबर पर कई फर्मों के पंजीकरण को रोकने की पोर्टल में कोई व्यवस्था नहीं है इसलिए एक से अधिक फर्मों का पंजीकरण नियमानुसार सही माना जाता है। काउंसिल द्वारा फर्मों के पंजीकरण की अधिकतम संख्या तय किए जाने पर बोगस फर्मों के माध्यम से जीएसटी चोरी पर अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
 

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