BSP President Mayawati: मायावती ने अपने जन्मदिन पर की आर्थिक सहयोग की अपील, बसपा के नेता कर रहे तैयारी
BSP Meeting in Lucknow: बसपा पूंजीपतियों व धन्नासेठों से आर्थिक मदद लेकर उनके इशारों पर चलने वाली पार्टी नहीं है। बसपा जनकल्याणकारी सोच वाली आंबेडकरवादी पार्टी है। बसपा ने हमेशा सर्वसमाज के गरीबों की पार्टी बनकर सेवा की है।

लखनऊ में रविवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित बैठक में मायावती
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊः बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मयावती ने रविवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों के केंद्रीय व स्टेट कोआर्डिनेटर और प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक की। बैठक में आकाश आनंद भी शामिल थे।
मायावती ने इस अवसर पर कहा कि वंचित और बहुजन समाज को अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी अपने हाथों में लेनी होगी। इसके बाद ही उन्हें अत्याचार से मुक्ति मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि जब तक बहुजन समाज के लोग अपने वोट के जरिए अपनी पार्टी को सत्ता में नहीं लाएंगे, तब तक उनका अनादर होता रहेगा। इस समाज को लेने वाला नहीं बल्कि देने वाला बनाना है। उन्होंने बसपा नेताओं से अपील की कि अगले वर्ष 15 जनवरी को उनके जन्म दिन पर पहले की तरह आर्थिक सहयोग करें।
लखनऊ में रविवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित बैठक में मायावती ने कहा कि मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर नौ अक्टूबर को लखनऊ में लाखों की संख्या में बसपा समर्थकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। अन्य राज्यों में बसपा नेताओं को इसी प्रकार बड़ी संख्या में बहुजन समाज के लोगों को एकजुट करने की जरूरत है, जिससे डा. भीमराव आंबेडकर के सपनों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि देश में लगातार महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है। महिलाओं की सुरक्षा नहीं हो रही है। सरकार के संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ के चलते देश हित प्रभावित हो रहा है।
मायावती ने उन्होंने हरियाणा के आइपीएस अफसर की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार सभी लोगों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं कानून के राज की स्थापना पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं।
बसपा पूंजीपतियों व धन्नासेठों से आर्थिक मदद लेकर उनके इशारों पर चलने वाली पार्टी नहीं है। बसपा जनकल्याणकारी सोच वाली आंबेडकरवादी पार्टी है। बसपा ने हमेशा सर्वसमाज के गरीबों की पार्टी बनकर सेवा की है। उत्तर प्रदेश में जब-जब बसपा की सरकार रही है तो कानून की मदद से ही कानून का राज स्थापित किया गया है।
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