यूपी के हर गांव में कांग्रेस करेगी संविधान सम्मान सम्मेलन, पिछड़ों-वंचितों को पार्टी से जोड़ने का होगा प्रयास
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस हर गांव में 'संविधान सम्मान सम्मेलन' आयोजित करेगी। इसका उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों को पार्टी से जोड़ना है। सम्मेलनों के माध्यम से संविधान के मूल्यों का प्रसार किया जाएगा, जिससे इन समुदायों को संगठित किया जा सके। यह प्रयास कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पिछड़ों-वंचितों को जोड़ने के लिए हर गांव में संविधान सम्मान सम्मलने का आयोजन करेगी। कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग व अनुसूचित जाति विभाग ने मिलकर इसकी कार्ययोजना बनाई है। इसकी शुरुआत संविधान दिवस पर 26 नवंबर को होगी।
कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन अनिल जय हिंद ने बताया कि सम्मेलन में संविधान पर चर्चा होगी। इसका मुख्य उद्देश्य पिछड़ों व वंचितों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। कांग्रेस सरकार में उनके हित में शुरू की गई योजनाओं की चर्चा की जाएगी।
आरोप लगाया कि भाजपा पिछड़ों-वंचितों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। सम्मेलन में इन तथ्यों को भी प्रमुखता से रखा जाएगा। कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने संविधान सम्मान सम्मलेन की शुरूआत लखनऊ से की थी।
अब इसे हर ग्राम पंचायत के साथ शहरी क्षेत्रों में भी आयोजित किया जाएगा। अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन राजेन्द्र पाल गौतम ने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार निजीकरण व संविदाकरण कर रही है, जो पिछड़ों-वंचितों के आरक्षण को खत्म करने की साजिश है।
प्रदेश मुख्यालय में बुधवार को अनुसूचित जाति विभाग के नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों की पहली बैठक में लीगल सेल का गठन किए जाने का निर्णय हुआ। सांसद व अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश चेयरमैन तनुज पुनिया ने पदाधिकारियों को हर गांव में वंचित समाज के पांच-पांच नए लोगों को संगठन से जोड़ने का निर्देश दिया।
इसके अलावा ओबीसी सलाहकार परिषद व पिछड़ा वर्ग विभाग के चेयरमैन मनोज यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पिछड़ों के हितों व उनकी लड़ाई से जुड़े 10 प्रस्ताव पास किए गए।

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