लखनऊ में दीपावली पर पटाखे से 227 लोग हुए घायल, किसी का झुलसा चेहरा तो कई की उड़ गई उंगली
लखनऊ में दीपावली के दौरान पटाखों और आग से 227 लोग घायल हो गए, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। सिविल अस्पताल में एक बच्ची का चेहरा झुलस गया, जबकि केजीएमयू में गंभीर हालत वाले कई मरीज भर्ती हुए। डॉक्टरों ने बताया कि पटाखे हाथ में फटने से कई लोगों को गंभीर चोटें आईं। बलरामपुर और लोकबंधु अस्पताल में भी बड़ी संख्या में घायलों को इलाज के लिए लाया गया।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। उल्लास के पर्व दीपावली पर लापरवाही से 227 लोगों कई अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। सिविल अस्पताल के बर्न यूनिट में भर्ती बाराबंकी से आईं आठ वर्षीय अन्नू का चेहरा झुलस गया। अन्नू की मां राधा वर्मा ने बताया कि रोशनी फैलाने वाले मेहताब को जला रही थी, लेकिन एक महताब अचानक दग गया। इससे पूरा चेहरा झुलस गया। निजी अस्पताल के डाक्टर ने सिविल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में 30 से ज्यादा घायलों का इलाज किया गया।
किंग जार्ज चिकित्सा चिकित्सा विवि में सबसे ज्यादा गंभीर अवस्था में मरीज भर्ती किए गए। 37 मरीज ट्रामा सेंटर में लाए गए। इनमें 15 मरीजों को प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती किए गए। प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डा. विजय कुमार ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार गंभीर मरीजों की संख्या अधिक रही। उन्होंने कहा कि पटाखे हाथ व जेब में फटने की कई घटनाएं घटीं। इससे हाथ व पैर की कई जगह से हड्डियों को नुकसान हुआ। गहरे जख्म हो गए।
कई मरीजों की उंगली उड़ गई। आठ मरीजों का चेहरा पटाखे व आग में झुलस गया। यहां दीपावली की रात से घायलों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। प्रवक्ता डा. केके सिंह ने बताया कि पटाखे व आग की घटनाओं में 37 घायलों को को केजीएमयू लाया गया। इसमें 19 मरीजों को ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी से इलाज के बाद घर भेज दिया गया। बाकी को भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डा. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि कुल 67 लोगों को पटाखे व आग में झुलसने के बाद इमरजेंसी में लाया गया, जिसमें 49 लोग सड़क हादसे व पटाखे के शिकार हुए थे। 33 लोगों को टांके लगाए गए। छह मरीजों के आंखों में चोटे आईं। कई स्थानों पर दीपक से आग लगी। इनमें एक व्यक्ति झुलस गए। सभी को इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 40 घायलों को केजीएमयू में भर्ती किया गया, जिसमें आग में झुलसे 28 जख्मी शामिल हैं। इसमें 24 पुरुष व चार महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि आठ लोगों को आंख में मामूली चोट लगने के बाद इमरजेंसी में लाया गया।
नेत्र रोग विशेषज्ञों के इलाज के बाद मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। चार अन्य घायलों को पेट, हाथ व हड्डी से जुड़ी चोटें आईं हैं। लोहिया संस्थान में 53 से ज्यादा घायलों को इमरजेंसी में लाया गया। संस्थान के सीएमएस डा. विक्रम सिंह ने बताया कि सबसे ज्यादा आग व पटाखे में झुलसे लोगों को इमरजेंसी में लाया गया। सभी का इलाज चल रहा है।
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