UPPCL Update: नवंबर में ज्यादा देना होगा बिजली का बिल, अक्टूबर के बिल के साथ वसूली जाएगी धनराशि
अगले महीने बिजली उपभोक्ताओं को अधिक बिल देना होगा। अगस्त के फ्यूल सरचार्ज के चलते 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं को नवंबर में 1.83% अधिक बिल आएगा। बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से 82.11 करोड़ रुपये अतिरिक्त वसूलेंगी। टैरिफ निर्धारण के कारण दरों में वृद्धि की संभावना है। उपभोक्ता परिषद ने इस वसूली का विरोध किया है, क्योंकि उपभोक्ताओं का कंपनियों पर पहले से ही सरप्लस है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बिजली उपभोक्ताओं को अगले महीने ज्यादा बिल चुकाना होगा। अगस्त के फ्यूल सरचार्ज (ईंधन अधिभार) के एवज में 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं को नवंबर में 1.83 प्रतिशत ज्यादा बिजली का बिल देना होगा।
बिजली कंपनियां अक्टूबर के बिल के साथ 82.11 करोड़ रुपये अतिरिक्त उपभोक्ताओं से वसूलेंगी। चालू वित्तीय वर्ष के टैरिफ निर्धारण के लिए चल रही प्रक्रिया से भी नवंबर में मौजूदा बिजली की दरों में बढ़ोतरी के आसार हैं। 
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग के मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन-2025 के तहत जनवरी से बिजली कंपनियों को प्रत्येक माह स्वतः फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज (ईंधन अधिभार शुल्क) तय करने का अधिकार है। ऐसे में प्रतिमाह कोयले व अन्य ईंधन की लागत के घटने-बढ़ने से उपभोक्ताओं का बिजली खर्च बढ़ता-घटता रहता है।
जुलाई के ईंधन अधिभार शुल्क से अक्टूबर में 1.63 प्रतिशत की कमी के बाद अब अगस्त के अधिभार शुल्क से उपभोक्ताओं को 1.83 प्रतिशत ज्यादा बिल नवंबर में देना होगा। हालांकि, अगले महीनों में अधिभार शुल्क में कमी होने के आसार से उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने ज्यादा बिल वसूलने का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर 33,122 करोड़ रुपये का सरप्लस बना हुआ है।
ऐसे में बिजली कंपनियों को चाहिए कि हर महीने ईंधन अधिभार शुल्क की जो भी अतिरिक्त वसूली करनी हो, उसे उपभोक्ताओं के सरप्लस से ही समायोजित कर लिया जाए।

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