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    आईआईटीएफ- 2025 में यूपी पवेलियन बना महिला शक्ति का प्रदर्शन मंच, उत्पादों के साथ गूंजी सफलता की कहानियां

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 10:38 PM (IST)

    भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 में उत्तर प्रदेश पवेलियन महिला सशक्तिकरण का मंच बना। यहाँ महिला उद्यमियों की सफलता की कहानियाँ प्रदर्शित की गईं, जो स्टार्टअप और पारंपरिक शिल्पों में सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं और अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं। आईआईटीएफ में महिला उद्यमियों के उत्पाद निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं, जो प्रदेश के विकास में महिलाओं की भूमिका को दर्शाता है।

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    यूपी पवेलियन महिला उद्यमियों की सफलता की गाथा

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ। भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) में उत्तर प्रदेश पवेलियन केवल उत्पादों का शो रूम ही नहीं, बल्कि यह प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के प्रदर्शन का मंच बन गया है। पवेलियन का सबसे बड़ा आकर्षण यूपी के कोने-कोने से आईं महिला उद्यमियों के उल्लेखनीय प्रगति की कहानी है, जो स्टार्टअप्स, पारंपरिक शिल्पों, खाद्य उद्यमों और नवाचार-आधारित उद्यमों के पीछे गर्व से खड़ी हैं। इन महिलाओं की बढ़ती उपस्थिति उत्तर प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव को चिह्नित करती है, जो एक ऐसे भविष्य का संकेत देती है जहां महिलाएं न केवल भागीदार हैं, बल्कि विकास की प्रणेता है।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में एक ऐसे सामाजिक वातावरण का निर्माण किया गया है, जहां महिलाएं न केवल सुरक्षित, आत्मविश्वासी और सशक्त महसूस कर रहीं, बल्कि प्रदेश की सफल उद्यमी व इनोवेटर के तौर पर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में चलाई जा रहीं नीतियों का परिणाम है कि प्रदेश की महिला उद्यमी अब न केवल व्यापार मेलों और प्रदर्शनियों में, बल्कि गांवों, शहरों और वैश्विक बाजारों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। उत्तर प्रदेश की महिलाओं-नेतृत्व वाले अनेकों ब्रांड्स राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इसका जीवंत प्रमाण हमें इस वर्ष आयोजित हो रहे आईआईटीएफ- 2025 के यूपी पवेलियन में देखने को मिल रहा है।

    आईआईटीएफ- 2025 में यूपी पवेलियन में प्रदेश की महिलाओं के स्टार्ट-अप, स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद अंतराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। यूपी पवेलियन में महिला उद्यमी प्रदेश के पारंपरिक खाद्य उत्पादों, हस्तकला व परिधान के साथ खादी उत्पाद, पर्यावरण-अनुकूल सजावट और सौंदर्य प्रसाधन के उत्पाद पेश कर रही हैं। आईआईटीएफ 2025 में प्रदेश के महिलाओं-नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूह, योगी सरकार की योजनाओं के तहत विकसित स्टार्टअप्स और कौशल विकास कार्यक्रमों, ऋण पहुंच और मेंटरिंग पहलों से लाभान्वित उद्यमियों का प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश की महिला उद्यमी अपने सफल उद्यमों से न केवल आर्थिक तरक्की कर रहीं हैं साथ ही दूसरों को भी प्रेरित कर रहीं हैं।

    आईआईटीएफ में आये राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेशक व व्यापारी यूपी पवेलियन की विजिट करते हैं, तो वह न केवल उत्पादों की विविधता है बल्कि उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाली महिलाओं के आत्मविश्वास, गर्व और महत्वाकांक्षा से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पा रहे हैं। यूपी की इन महिला उद्यमियों की सफलता की यात्रा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के परिवर्तन, समावेश और प्रगतिशील विकास के विजन को प्रतिबिंबित कर रही है। इस परिवर्तन के पीछे के प्रमुख स्तंभों में से एक है योगी सरकार की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता।

    इसके लिए प्रदेश में जिला स्तर पर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। साथ ही 1090 महिला हेल्प लाइन का त्वरित रिसपांस व एक्शन यूपी में महिलाओं के लिए मजबूत सुरक्षा कवच बन चुका है। साथ ही पूरे प्रदेश में 1,647 महिला सहायता डेस्कों का नेटवर्क स्थापित किया गया है। इस बढ़ती सुरक्षा की भावना ने महिलाओं को पारंपरिक सीमाओं से आगे बढ़ने का आत्मविश्वास दिया है और व्यवसाय, शिक्षा और नवाचार में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया है।

    सीएम योगी आदित्यनाथ के मिशन शक्ति जैसे प्रयासों ने अवसरों को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिलाएं अब उन क्षेत्रों में भी दिखाई दे रही हैं जहां पहले उनकी भागीदारी सीमित थी, जैसे प्रौद्योगिकी, आधुनिक कृषि, विनिर्माण इकाइयां और डिजिटल उद्यम। सीएम योगी का शासन मॉडल राज्य के विकास दृष्टिकोण के केंद्र में महिलाओं को रखता है। सरकार का दृष्टिकोण केवल उनके वित्तीय समर्थन तक सीमित नहीं है; इसमें शिक्षा, सुरक्षा, नेतृत्व के अवसर और बाजार पहुंच शामिल है।जिससे वास्तविक अर्थों में महिला सशक्तिकरण को बल मिलता है। उत्तर प्रदेश एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहा है, जहां महिलाएं विकास की केवल लाभार्थी नहीं हैं बल्कि इसके पीछे की चालक शक्ति हैं।