लखनऊ में मुद्रा लोन स्वीकृत कराने के नाम पर तीन लाख ठगे, साइबर ठग के जाल में फंसा डॉक्टर
लखनऊ में एक डॉक्टर मुद्रा लोन स्वीकृत कराने के नाम पर साइबर ठगी का शिकार हो गए। ठगों ने उन्हें लोन दिलाने का झांसा देकर तीन लाख रुपये ठग लिए। डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण स्वीकृत कराने का झांसा देकर जालसाज ने महिला से तीन लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस छानबीन में जुटी है। उधर महानगर में साइबर जालसाज ने एक डाक्टर को ठगी का शिकार बनाया।
इंदिरानगर के बी ब्लाक निवासी रंजना सिंह के मुताबिक, कुछ माह पहले कानपुर निवासी चंदन शुक्ला से मुलाकात हुई थी। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण स्वीकृत कराने का भरोसा दिलाया। इसके बदले उसने तीन लाख रुपये की मांग की।
रंजना सिंह के मुताबिक, परिवार की आर्थिक स्थितियों को देखते हुए उन्होंने यह रकम बड़ी मुश्किल से जुटाई और आरोपित के बैंक खाते में आनलाइन ट्रांसफर कर दी। रंजना के मुताबिक उनकी दो बेटियां बाहर पढ़ाई कर रही हैं।
पति की नौकरी भी स्थायी नहीं है। ऐसे में छोटा व्यापार शुरू करने के लिए ऋण लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। रुपये लेने के बाद आरोपित मोबाइल बंद कर फरार हो गया।
उधर, महानगर निवासी डाक्टर संतोष कुमार ने बताया कि 12 नवंबर को उनके पास एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंककर्मी बताया। उसने बैंक खातों से संबंधित जानकारी अपडेट करने की बात कही।
उसके बाद बातों में उलझाकर एसबीआइ और पीएनबी बैंक खातों की जानकारी पूछ ली। कुछ देर बार एसबीआइ के खाते से एक लाख रुपये और पीएनबी बैंक खाते से 50 हजार रुपये निकल गए।
मोबाइल पर मैसेज आने के बाद पीड़ित को घटना की जानकारी हुई। इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश कुमार मिश्र के ने बताया कि साइबर क्राइम सेल की मदद से जांच की जा रही है।

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