Lucknow Metro: चारबाग से बसंतकुंज तक दूसरे चरण की मेट्रो को लेकर अपडेट, कंसलटेंट बनने आई दो कंपनियां
लखनऊ में चारबाग से बसंतकुंज तक मेट्रो के दूसरे चरण के लिए कंसलटेंट चयन की प्रक्रिया चल रही है। दो कंपनियों को छांटा गया है, जिनकी तकनीकी और वित्तीय जांच होगी। चयनित कंपनी मेट्रो स्टेशन और रूट से जुड़े पहलुओं का अध्ययन करेगी। इस परियोजना से घनी आबादी वाले क्षेत्रों को लाभ मिलेगा और यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी।

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, लखनऊ। चारबाग से बसंतकुंज तक दूसरे चरण की मेट्रो का स्वरूप तय करने के लिए जल्द ही ड्राइंग एंड डिजाइन कंसलटेंट का चयन कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने कंसलटेंट के चयन के लिए जो टेंडर जारी किया था, उसमें दो बड़ी कंपनियों की स्क्रीनिंग कर ली गई है।
इन कपंनियों का अब तकनीकी और वित्तीय परीक्षण करने के बाद अंतिम रूप से एक कंपनी का चयन किया जाएगा। चयनित कंपनी मेट्रो स्टेशन, रूट , यात्री सुविधाओं से जुड़े सभी पहलुओं का अध्ययन करेगी। इसकी मदद से ही यूपीएमआरसी सिविल वर्क के टेंडर भी जारी कर सकेगा।
इसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट ने लखनऊ में 11.2 किलोमीटर लंबे ईस्ट-वेस्ट कारिडोर मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। करीब 58 सौ करोड़ रुपये से चारबाग से बसंत कुंज तक बनने वाले इस मेट्रो कारिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे।
यह कारिडोर चारबाग, अमीनाबाद, चौक जैसे घनी आबादी और से जूझ रहे पुराने क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। यूपीएमआरसी के डीपीआर के मुताबिक इस कारिडोर पर प्रारंभिक चरण में दो से ढाई लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा करेंगे। वर्ष 2035 तक प्रतिदिन 4.59 लाख और 2041 तक प्रतिदिन यात्रियों की संख्या छह लाख तक पहुंचने की उम्मीद है।
लखनऊ मेट्रो के फेज-1बी के प्रस्तावित पूर्व-पश्चिम कारिडोर के लिए यूपीएमआरसी ने पहले ही टोपोग्राफी परीक्षण करा लिया है। मेट्रो ने भूमिगत सीवर और जल की पाइप लाइनों के अलावा रास्ते में पड़ने वाली पुरानी बिल्डिंगों की जानकारी जुटायी है। अब सिविल कार्य का टेंडर जारी करने की तैयारी है।
इसके लिए यूपीएमआरसी कोा ड्राइंग एंड डिजाइन कंसलटेंट का चयन करने की जरूरत थी। यूपीएमआरसी ने कंसलटेंट के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया अगस्त माह में शुरू की थी। एक बार टेंडर की अंतिम तिथि में विस्तार दिया गया। विस्तार के बाद यूपीएमआरसी को कंसलटेंट के चयन के लिए कंपनी आइसा और दूसरी सिस्ट्रा की स्क्रीनिंग की है।
आइसा पूर्व में एयरपोर्ट-मुंशीपुलिया मेट्रो प्रोजेक्ट की कंसलटेंट रह चुकी है। वहीं, सिस्ट्रा ने कानपुर मेट्रो में अपनी सेवाएं दी हैं। अब यूपीएमआरसी इसमें से एक कंपनी को चयनित करने के लिए पहले उनकी तकनीकी अर्हताओं का परीक्षण करेगा, इसके बाद वित्तीय पहलुओं की जांच होगी। माना जा रहा है कि एक सप्ताह में अंतिम रूप से चयन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

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