UP News: राजस्व हानि पर अपर आयुक्त ग्रेड-दो और रिश्वतखोरी में सहायक आयुक्त पर गिरी गाज, किए गए सस्पेंड
लखनऊ में वैट वाद निर्धारण में गड़बड़ी के चलते सरकार को दस करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जिसके कारण अपर आयुक्त अरुण शंकर राय और सहायक आयुक्त सतीश कुमार निलंबित कर दिए गए हैं। अरुण शंकर पर त्रुटिपूर्ण आदेश जारी करने का आरोप है जबकि सतीश कुमार रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। शासन ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सरकार को दस करोड़ रुपये से अधिक राजस्व का नुकसान पहुंचाने पर अपर आयुक्त ग्रेड-दो (अपील) पंचम कानपुर अरुण शंकर राय तथा जीएसटी पंजीकरण के लिए रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने पर सहायक आयुक्त राज्य कर खंड-एक रामपुर सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। दोनों के निलंबन का आदेश गुरुवार को शासन ने जारी किया।
अरुण शंकर राय उपायुक्त राज्य कर खंड-नौ गौतमबुद्धनगर जोन नोएडा के पद पर तैनाती के दौरान अल्ट्रा होम कंस्ट्रक्शन, आम्रपाली शैफायर डेवलपर्स, हाईटेक सिटी डेवलपर्स तथा आम्रपाली होम प्रोजेक्ट्स की वर्ष 2009-10 से 2013-14 के बीच के वैट वादों में जानबूझकर त्रुटिपूर्ण निर्धारण आदेश जारी किया। जिससे राज्य सरकार को दस करोड़ रुपये से अधिक राजस्व का नुकसान हुआ। अरुण शंकर इस मामले में प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए हैं। शासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निलंबन का आदेश जारी किया है। निलंबन की अवधि में इन्हें अपर आयुक्त ग्रेड एक राज्य कर झांसी के कार्यालय से संबद्ध
किया गया है। दूसरे मामले में सहायक आयुक्त राज्य कर खंड-एक मुरादाबाद सतीश कुमार तीन सितंबर को जीएसटी पंजीयन के लिए आवेदन करने वाली नजमा बी से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए विजिलेंस द्वारा पकड़े गए थे। रिश्वतखोरी में पकड़े जाने के मामले में इन्हें निलंबित कर दिया है। निलंबन की अवधि में इन्हें संयुक्त आयुक्त कार्यालय राज्य कर आजमगढ़ के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
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