Co-Operative Bank Fraud: यूपी कोआपरेटिव बैंक फ्राड में 50 हजार का एक और इनामी गिरफ्तार
Lucknow News इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना मुस्लिम खां ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए बैंक के पूर्व प्रबंधक आरएस दुबे के माध्यम से पकड़ा गया आरोपित रवि गिरोह में जुड़ा था। उसने ही बैंक के खातों से रुपये बिल्डर और अन्य के खातों में ट्रांसफर किए थे।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। हजरतगंज स्थित उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक से 146 करोड़ रुपये के फ्राड के मामले में साइबर थाने की टीम ने हैकर रवि वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। रवि 50 हजार रुपये का इनामी है। उसने ही बैंक के खातों से रुपये बिल्डर और अन्य के खातों में ट्रांसफर किए थे।
इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना मुस्लिम खां ने बताया कि रवि बाराबंकी के आदमपुर कोठी निवारी का रहने वाला है। मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए बैंक के पूर्व प्रबंधक आरएस दुबे के माध्यम से रवि गिरोह में जुड़ा था। आरएस दुबे, रवि को रोजाना बैंक ले जाता था। दोनों बैंक में बैठकर काम करते थे। रवि पूरा सिस्टम समझ चुका था। घटना के दिन रवि ने बैंक में डोंगल, डिवाइस और की-लागर की मदद से सारा गोपनीय डेटा हैक कर लिया था। इसके बाद रिमोट एक्सिस कंट्रोल बैंक के बाहर भिन्न-भिन्न स्थानों पर बैठे अपने साथियों को दे दिया। इसके बाद आठ अलग-अलग खातों में बैंक के 146 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए।
मामले में चार दिन पूर्व गिरफ्तार हुआ ज्ञानदेव पाल भी इसका साथी था। उस पर भी 50 हजार रुपये का इनाम था। अबतक लोकभवन में तैनात सेक्शन अफसर रामराज के अलावा ध्रुव श्रीवास्तव, महमूदाबाद स्थित बैंक के सहायक प्रबंधक कर्मवीर सिंह के अलावा भूपेंद्र, सतीश, आकाश श्रीवास्तव, पूर्व प्रबंधक आरएस दुबे, बिल्डर सुखसागर को गिरफ्तार किया जा चुका है।
वारंटी गिरफ्तार
सैरपुर पुलिस ने सोमवार को लंबे समय से फरार चल रहे अमरनाथ को गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर अख्तियार अहमद अंसारी ने बताया कि अमरनाथ सरौरा का रहने वाला है। कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी हुआ था। उसे क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उस पर कई अपराधिक मामले हैं। अनीबुलियन कंपनी का कर्मी गिरफ्तार : लखनऊ : पीजीआइ पुलिस ने करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाली अनीबुलियन कंपनी के जालसाज जय प्रकाश उपाध्याय को चिरैयाबाग अंडर पास के पास से सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। जय प्रकाश उपाध्याय कुमारगंज बाजार अयोध्या का रहने वाला है। मामले में कंपनी के निदेशक समेत अन्य को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

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