वंचित समाज के साथ अन्याय रोकने के लिए सत्ता जरूरी, मायावती ने विभिन्न राज्यों के नेताओं के साथ बैठक में दिए निर्देश
मायावती ने कहा कि वंचितों को अत्याचार से मुक्ति के लिए सत्ता जरूरी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज को अपने वोट से पार्टी को सत्ता में लाना होगा, तभी उनका सम्मान होगा। मायावती ने महंगाई, बेरोजगारी पर चिंता जताई और बसपा को जनकल्याणकारी पार्टी बताया। उन्होंने आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या पर कार्रवाई की मांग की और अपने जन्मदिन समारोह की घोषणा की।
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राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मयावती ने कहा है कि वंचित व बहुजन समाज को अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए सत्ता हासिल करना जरूरी है। उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि राज्य की सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करने के लिए तन, मन, धन के साथ जोश से संगठन को आगे बढ़ाना होगा। इसके बाद ही वंचित व बहुजन समाज को अत्याचार से मुक्ति मिल सकती है।
रविवार को लखनऊ मुख्यालय में सभी राज्यों के बसपा नेताओं के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि जब तक बहुजन समाज के लोग अपने वोट के जरिए पार्टी को सत्ता में नहीं लाएंगे, तब तक उनका अनादर होता रहेगा। इस बैठक में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के नेता शामिल नहीं थे। बसपा प्रमुख ने कहा कि गरीबों व बहुजन समाज को लेने वाला नहीं बल्कि देने वाला बनाना है।
उन्होंने कहा कि मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर नौ अक्टूबर को लखनऊ में गांव-गांव से लाखों की संख्या में बसपा समर्थकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। इससे अन्य राज्यों के बसपा नेताओं को सबक लेना चाहिए और इसका अनुसरण करना चाहिए, जिससे डा. भीमराव आंबेडकर के सपनों को पूरा किया जा सके।
देश में लगातार महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है। महिलाओं की सुरक्षा नहीं हो रही है। सरकार के संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ के चलते देश का हित प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बसपा पूंजीपतियों व धन्नासेठों से आर्थिक मदद लेकर उनके इशारों पर चलने वाली पार्टी नहीं है। बसपा जनकल्याणकारी सोच वाली आंबेडकर वादी पार्टी है और हमेशा सर्वसमाज के गरीबों की पार्टी बनकर सेवा की है। उत्तर प्रदेश में जब बसपा की सरकार रही है तो कानून द्वारा कानून का राज स्थापित किया गया है।
उन्होंने हरियाणा के आइपीएस अफसर की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। बैठक में यह भी तय किया गया कि अगले वर्ष 15 जनवरी को मायावती के जन्म दिन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में सभी पहले की तरह आर्थिक सहयोग करें।
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