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    इस बार त्योहार में रेलवे की बढ़ी कमाई, TTE भी अवैध वसूली से भर रहे अपनी जेब

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 11:02 AM (IST)

    त्योहारी सीजन में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ का फायदा उठाकर टीटीई अवैध वसूली कर रहे हैं। विजिलेंस टीम ने छापेमारी कर कई मामलों का खुलासा किया है, जिसमें बेटिकट यात्रियों से किराया वसूलने और रसीद न देने के मामले शामिल हैं। यात्रियों से अधिक किराया वसूला जा रहा है, जिससे रेलवे की आय तो बढ़ रही है, लेकिन टीटीई भी अपनी जेब भर रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, लखनऊ। बीती 20 अक्टूबर को आनंद विहार से गोरखपुर आ रही हमसफर एक्सप्रेस में 80 यात्री जनरल और बिना टिकट सवार हुए। कुछ यात्रियों का तो टीटीई ने अतिरिक्त किराया टिकट (ईएफटी) जुर्माना सहित बना दिया।

    वहीं, 25 यात्रियों से किराए की वसूली करके उनको रसीद तक नहीं दी। रेलवे की विजिलेंस टीम ने ट्रेन में छापा मारा तो तीन बोगियों में बेटिकट यात्री मिले और टीटीई के वसूले गए 30 हजार रुपये ट्रेन साइड वेंडिंग के मैनेजर व कोच अटेंडेंट के पास से बरामद हुए।

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    दीपावली और छठ पर्व पर वेटिंग लिस्ट के टिकट न मिलने से परेशान यात्री जनरल टिकट लेकर एसी और नानएसी बोगियों में सफर कर रहे हैं। ऐसे में यात्रियों से जनरल और एसी व नान एसी आरक्षित श्रेणी के किराए का अंतर व जुर्माना लगाकर टीटीई ईएफटी काट रहे हैं। ईएफटी से जहां रेलवे की आय बढ़ रही है, वहीं टीटीई भी ऊपरी कमाई कर रहे हैं।

    पिछले एक सप्ताह में बिहार, पूर्वांचल की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों से वसूली करने के एक दर्जन से अधिक मामले रेलवे में दर्ज किए गए हैं। गुरुवार को ही कामाख्या-गोमतीनगर एक्सप्रेस और सप्तक्रांति एक्सप्रेस में रेलवे की विजिलेंस टीम ने छापा मारा। इस मामले में टीटीई के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है।

    इसके अलावा एक यात्री ने दूसरे मामले में टीटीई पर महिला से रुपये वसूलने का वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है। एक सप्ताह पहले भी पदमावत एक्सप्रेस और चंडीगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों ने रुपये लेकर दूसरों को उनकी कंफर्म सीट बेचने का आरोप लगाया था।

    17 हजार यात्रियों की बनी ईएफटी

    पिछले पांच दिनों में मुंबई, दिल्ली और दक्षिण भारत से आने वाली ट्रेनों में 17 हजार से अधिक यात्रियों की ईएफटी काटी गई हैं। दक्षिण भारत से कई यात्री मदुरै-हजरत निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों से वीरांगना लक्ष्मी बाई जंक्शन झांसी पहुंचते हैं।

    यहां से ईएफटी बनवाकर यात्री ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में सवार होते हैं। अहमदाबाद से आने वाली साबरमती एक्सप्रेस, बांद्रा-बरौनी अवध एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में यात्री स्लीपर और एसी बोगियों में ईएफटी के सहारे यात्रा कर रहे हैं।

    विजिलेंस हुई सक्रिय

    इस बार अधिक वेटिंग लिस्ट होते ही स्थिति रिग्रेट करने के नए नियम लागू होने से मुश्किलें और बढ़ गई हैं। ऐसे में यात्रियों की मजबूरी का फायदा टिकट चेकिंग स्टाफ, ट्रेनों की रसोई यान के कर्मचारी, आउससोर्स पर तैनात कोच अटेंडेंट उठा रहे हैं।

    यात्रियों से दिल्ली से लखनऊ का 1500 रुपये, मुंबई से तीन हजार रुपये तक का किराया वसूलकर उनकी यात्रा करवायी जा रही है। इस वसूली की शिकायत बड़े पैमाने पर रेलवे की विजिलेंस टीमों को मिली है। जोनल मुख्यालय स्तर पर विजिलेंस की कई टीमें बनाकर अचानक जांच की जा रही है। विशेषकर उन ट्रेनों में सक्रियता बढ़ायी गई है, जिनमें सबसे अधिक शिकायतें आ रही हैं।