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    यूपी में महिलाओं को मिलने वाली है स्पेशल सुविधा, टचलैस फ्लशिंग से सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग तक की मिलेगी सहूलियत

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 08:24 PM (IST)

    विश्व शौचालय दिवस पर, उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में विशेष सुविधा युक्त 20 आकांक्षी शौचालयों का लोकार्पण होगा। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत निर्मित इन शौचालयों में स्नान कक्ष, स्तनपान कक्ष जैसी सुविधाएं हैं। महिलाओं के लिए 40 पिंक शौचालय और लगभग 100 सार्वजनिक शौचालय भी खोले जाएंगे। मिशन शक्ति के तहत, महिला परिचारिकाएं 24 घंटे सेवा में रहेंगी। राज्य के 762 नगरीय निकाय ओडीएफ घोषित किए गए हैं।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विश्व शौचालय दिवस के मौके पर बुधवार को शहरी क्षेत्र में विशेष सुविधा युक्त 20 आकांक्षी शौचालयों का लोकार्पण किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत इन शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें स्नान कक्ष, स्पर्श रहित फ्लशिंग, स्तनपान कक्ष, सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन व निस्तारण की सुविधा दी गई है।

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    इसके अलावा विभिन्न शहरों में सहित महिलाओं के लिए 40 नए पिंक शौचालय, तीर्थ यात्रियों, यात्रियों व नागरिकों के लिए लगभग 100 सार्वजनिक शौचालय का लोकार्पण किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी इलाकों के घरों में अब तक नौ लाख से अधिक परिवारों के लिए व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बनाए जा चुके हैं।

    इनमें सबसे प्रमुख आकांक्षी शौचालय हैं। मिशन शक्ति के साथ जोड़े गए, इन शौचालयों में प्रशिक्षित महिला परिचारिकाओं की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है। जिससे महिलाएं बिना किसी संकोच उनका उपयोग कर सकें। इसके अलावा लखनऊ, मथुरा, गोरखपुर और आगरा में आधुनिक सुविधा केंद्रों का निर्माण किया जा है। इनमें विश्राम कक्ष, बाल देखभाल सुविधा और स्वच्छ शौचालय शामिल होंगे।

    स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के निदेशक अनुज झा ने बताया कि प्रदेश के 762 नगरीय निकायों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया है। इनमें 337 निकायों को विश्वस्तरीय मलजल प्रबंधन के लिए ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा मिला है।

    उन्होंने बताया कि शहरों के चौराहों, व्यस्त बाजारों में अब तक 12 हजार से अधिक आधुनिक शौचालय बनाए गए हैं। इनमें 4,500 से अधिक सामुदायिक, 3,500 सार्वजनिक, 950 विशेष पिंक और 530 आकांक्षी शौचालय बनाए गए हैं। शहरों में बनने वाले कुल शौचालयों में से 25 प्रतिशत आकांक्षी शौचालय बनाए जा रहे हैं।

    जब हम एक पिंक शौचालय बनाते हैं, तो केवल ईंट नहीं जोड़ते, बल्कि अपनी माताओं-बहनों का आत्मसम्मान बढ़ाते हैं। जब 150 नए शौचालय का लोकार्पण करेंगे, तो 25 करोड़ जनता को स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण देते हैं।इनमें 20 पिंक शौचालय भी शामिल हैं। -एके शर्मा, नगर विकास मंत्री