किसानों को पर्याप्त मात्रा में मिलेगा खाद-बीज, यूपी में रबी सीजन के लिए पर्याप्त खाद उपलब्ध
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अधिकारियों को किसानों को समय पर पर्याप्त खाद-बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। रबी सीजन 2025-26 के लिए प्रदेश में पर्याप्त खाद उपलब्ध है। अधिकारियों को जिलों में संतुलित मात्रा में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। उदासीनता के कारण एक अधिकारी का वेतन रोकने का भी निर्देश दिया गया। विभिन्न जिलों में यूरिया, डीएपी और एनपीके की उपलब्धता बताई गई।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही तथा सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने किसानों को समय से पर्याप्त खाद-बीज देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। मंत्रीद्वय ने कहा है कि रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद तथा बीज उपलब्ध है। दोनों विभागों के अधिकारी पारस्परिक समन्वय से रणनीति बनाते हुए इस दिशा में कार्य करें।
मंगलवार को कृषि व सहकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ साझा बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि किसान हमेशा से सरकार की प्राथमिकता हैं। अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन जिलों में खाद का भंडार अधिक है, वह दो दिनों के अंदर खाद की आपूर्ति निकटतम जिलों में करें।
उन्होंने कहा कि रबी सीजन वर्ष 2025-26 के लिए 28 अक्टूबर तक प्रदेश में 25.40 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है, जबकि 7.76 लाख मीट्रिक टन खाद की खरीद किसानों द्वारा की गई है।
सहकारिता राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले के भंडार गृहों तथा विक्रय केंद्रों में संतुलित मात्रा में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें। इसके लिए समयबद्ध रणनीति बनाते हुए उसके अनुसार त्वरित कार्यवाही की जाए।
देवीपाटन मंडल के संयुक्त निदेशक कृषि का वेतन रोकने का आदेश
कृषि मंत्री ने मंडल व जिला स्तर के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक भी की। जिसमें उन्होंने विभागीय कार्यों के प्रति उदासीन रहने तथा असंतोषजनक कार्यशैली के कारण देवीपाटन मंडल के संयुक्त कृषि निदेशक लोकेंद्र सिंह का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
अधिकारियों को निर्देशित किया कि विक्रय केंद्रों पर सही समय पर पर्याप्त मात्रा में बीज तथा खाद उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस कार्य में लापरवाही पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
जिलों में भरपूर मात्रा में उपलब्ध है यूरिया, डीएपी व एनपीके
कृषि मंत्री ने कहा कि लखीमपुर खीरी में 24,207 मीट्रिक टन यूरिया, 5179 मीट्रिक टन डीएपी तथा 6939 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। महोबा में 6095 मीट्रिक टन यूरिया, 2319 मीट्रिक टन डीएपी तथा 1052 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। फतेहपुर में 19,676 मीट्रिक टन यूरिया, 6552 मीट्रिक टन डीएपी तथा 9172 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। बदायूं में 30,169 मीट्रिक टन यूरिया, 8734 मीट्रिक टन डीएपी तथा 8517 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है।
अमेठी में 10,809 मैट्रिक टन यूरिया, 5088 मीट्रिक टन डीएपी तथा 4045 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। बैठक में प्रमुख सचिव कृषि रवींद्र, प्रमुख सचिव सहकारिता सौरभ बाबू, निदेशक कृषि पंकज त्रिपाठी, एमडी पीसीएफ चंद्र भूषण सिंह, संयुक्त निदेशक उर्वरक आशुतोष मिश्रा आदि उपस्थित थे।

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