यूपी में 51 हजार वक्फ संपत्तियों का ‘उम्मीद’ पोर्टल पर नहीं हो सका रजिस्ट्रेशन, डेट बढ़ाने के लिए यहां करेंगे अपील
उत्तर प्रदेश में लगभग 51,000 वक्फ संपत्तियों का ‘उम्मीद’ पोर्टल पर पंजीकरण नहीं हो पाया है। तकनीकी दिक्कतों के कारण पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाने के लि ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। ‘उम्मीद’ सेंट्रल पोर्टल पर वक्फ संपत्तियां दर्ज करने की अंतिम तिथि खत्म हो चुकी है। प्रदेश में अभी भी 51 हजार से ज्यादा वक्फ संपत्तियां पोर्टल पर दर्ज नहीं हो सकी हैं। इतनी बड़ी संख्या में वक्फ संपत्तियों के दर्ज न हो पाने के कारण अब शिया व सुन्नी वक्फ बोर्ड वक्फ ट्रिब्यूनल में अपील करेंगे। वहां से उन्हें अतिरिक्त समय मिल सकता है।
‘उम्मीद’ पोर्टल पर वक्फ संपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि रविवार रात 12 बजे खत्म हो गई। पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 81 हजार से ज्यादा वक्फ संपत्तियां दर्ज हो चुकी हैं। इसके साथ ही करीब 51 हजार से अधिक संपत्तियां पंजीकरण से छूट गईं, जिनमें सबसे बड़ी संख्या सुन्नी वक्फ बोर्ड की है।
सुन्नी बोर्ड में कुल 1.26 लाख वक्फ संपत्तियां हैं। इनमें 86,362 लोगों ने पोर्टल पर आईडी बनाई थीं, जिनमें से 76,249 संपत्तियों का विवरण दर्ज हो गया है। 10,113 अधूरी रह गईं।
सुन्नी बोर्ड में 90 एंट्री डबल या अन्य तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुई हैं। बोर्ड की 49 हजार से ज्यादा संपत्तियां दर्ज होने से रह गईं हैं। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने बताया कि अब वक्फ ट्रिब्यूनल में समय बढ़ाने के लिए अपील की जाएगी।
शिया वक्फ बोर्ड में कुल 7785 संपत्तियां हैं। इनमें से 6,486 आईडी बनाई गईं, लेकिन 5,614 ही दर्ज हो सकीं। दो हजार से अधिक संपत्तियां पंजीकरण से रह गईं हैं। यहां 789 संपत्तियां डबल एंट्री के कारण निरस्त हो गईं हैं।
पंजीकरण से जो वक्फ संपत्तियां रह गईं हैं, उनमें बड़ी संख्या ग्रामीण क्षेत्रों की हैं। यहां न दस्तावेज पूरे थे और न ही जागरूकता पर्याप्त थी। कई ट्रस्टियों ने समय रहते दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए या तकनीकी प्रक्रिया समझ नहीं सके।

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