यूपी में एक साल में 7191 ग्राम पंचायतें हुई टीबी मुक्त, 2025 को लेकर सीएम योगी का विजन क्लियर
उत्तर प्रदेश में 2024 में 7191 ग्राम पंचायतें टीबी (तपेदिक) मुक्त घोषित की गई हैं जिससे राज्य में टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों की कुल संख्या 8563 हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2025 तक राज्य को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। महिला ग्राम प्रधानों ने टीबी नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टीबी-मुक्त ग्राम पंचायत जन भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महज 2024 में ही राज्य की 7,191 ग्राम पंचायतें टीबी (तपेदिक) मुक्त हुई हैं। इस संख्या के साथ ही अब राज्य की टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों की संख्या 8,563 पहुंच गई हैं। 435 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जो लगातार दूसरे वर्ष भी टीबी मुक्त पाई गई हैं।
टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए यह माना जा रहा है कि आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश टीबी मुक्त राज्य हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2025 में ही राज्य को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य दिया है।
राज्य टीबी अधिकारी डा. शैलेंद्र भटनागर के मुताबिक प्रदेश में कुल 57,783 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से वर्ष 2023 में 1,372 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गईं थी। अब 2024 में 7,191 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हुई हैं।
टीबी मुक्त हुई सभी ग्राम पंचायतों को महात्मा गांधी की प्रतिमा तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है। भटनागर ने बताया है कि पंचायतों को टीबी मुक्त करने में महिला ग्राम प्रधानों ने अहम भूमिका निभाई है।
जनभागीदारी से टीबी नियंत्रण
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया है कि टीबी जैसी बीमारी से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। टीबी मरीजों के लिए जांच, इलाज और अन्य सुविधाओं का दायरा बढ़ाया गया है।
“टीबी-मुक्त ग्राम पंचायत” मुख्य रूप से जन भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में पहल है। इस कार्यक्रम से ग्रामीण समुदाय को टीबी की पहचान, उपचार और रोकथाम के लिए जागरूक किया गया है। जिससे बीमारी को खत्म करने की दिशा में सामूहिक प्रयास हो रहे हैं।

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