'यूपी में बीएलओ की मौत की हो न्यायिक जांच', कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर बीएलओ की मौत की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने निष्पक्षता सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा कि मामले में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी तथ्यों को सामने लाने की आवश्यकता है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में तैनात बीएलओ व अन्य अधिकारियों व कर्मियों के आत्महत्या करने, ब्रेन हैमरेज व हार्ट अटैक से हुई मृत्यु के कारणों की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की है। साथ ही एसआईआर की समय सीमा एक माह से बढ़ाकर तीन माह किए जाने की मांग भी की है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इसे लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है।
कहा है कि विभिन्न माध्यमों से एसआईआर में लगे बीएलओ व कर्मियों पर जल्द से जल्द काम पूरा करने के लिए उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दबाव डाले जाने की सूचनाएं मिल रही हैं। आरोप लगाया कि उन पर विधि विरुद्ध काम करने व धर्म देखकर नाम काटने के लिए धमकियां भी दी जा रही हैं।
अधिकारी चुनाव आयोग का नाम लेकर अधीनस्थों को बर्खास्त करने व मुकदमा दर्ज कराने की धमकी भी दे रहे हैं। एसआईआर के लिए केवल एक माह का समय दिए जाने से भी कर्मचारी भारी दबाव में हैं।
इसके चलते वे आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। ब्रेन हैमरेज व हार्ट अटैक से उनकी जान जा रही है। पत्र में बरेली, गोंडा, लखनऊ, फतेहपुर व देवरिया में हुई घटनाओं का हवाला देते हुए उनकी न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की है।
बूथवार एसआईआर पर रखें नजर: गुर्जर
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व उप्र के सह प्रभारी धीरज गुर्जर ने गुरुवार को एसआईआर प्रकिया में पार्टी पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की। कहा, बूथवार नजर रखी जाए। पदाधिकारी व कार्यकर्ता मतदाताओं के नाम सूची में जुड़वाएं।
आपत्तियों का निस्तारण कराने के लिए वाररूम का सहयोग लेने का निर्देश भी दिया। कहा, कांग्रेस नेता, विधानसभा प्रत्याशी व पदाधिकारी सामंजस्य बनाकर बूथवार काम व मानीटरिंग करें।
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