जिला पंचायत के 30 व क्षेत्र पंचायत के घटे 830 वार्ड, राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में शहरी निकायों के विस्तार के कारण त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बदलाव आया है। जिला पंचायत सदस्य के 30 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 830 वार्ड कम हो गए हैं। नए परिसीमन के बाद, अब जिला पंचायत सदस्य के लिए 3020 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 75,014 वार्डों में चुनाव होंगे। पंचायती राज विभाग जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग को विस्तृत रिपोर्ट भेजेगा। ग्राम पंचायतों की संख्या भी घट गई है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। शहरी निकायों की सीमा विस्तार तथा नए निकायों के गठन से राज्य में जिला पंचायत सदस्य के 30 और क्षेत्र पंचायत सदस्य के 830 वार्ड घट गए हैं। अगले साल होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के लिए 3050 की जगह 3020 वार्डों में ही चुनाव होंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य के 830 वार्ड समाप्त होने के बाद अब 75,014 वार्डों में चुनाव होंगे।
पंचायती राज विभाग नए परिसीमन के बाद कम हुए वार्डों की विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही राज्य निर्वायन आयोग को भेजेगा। जिसके आधार पर राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होंगे। जिला स्तर पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए परिसीमन की प्रक्रिया अगस्त में पूरी होने के बाद पंचायती राज निदेशालय ने परिसीमन के बाद घटी सीटों के आधार पर समग्र रिपोर्ट लगभग तैयार कर लिया है।
नये नगरीय निकायों के सृजन व पुराने निकायों में सीमा विस्तार से जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत वार्डों के साथ ही बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतें भी कम हुई हैं।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नए परिसीमन में 16 जिलों में जिला पंचायत सदस्य के वार्ड कम हुए हैं। सबसे अधिक पांच वार्ड देवरिया जिले में समाप्त हुए हैं।
मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में तीन-तीन वार्ड खत्म हुए हैं। कुशीनगर, आगमगढ़, प्रतापगढ़, मऊ, गोंडा, बलरामपुर, मथुरा, संतकबीरनगर, गोरखपुर, बहराइच, अयोध्या, अलीगढ़ तथा फर्रूखाबाद में एक से दो वार्ड कम हुए हैं।
क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,844 वार्डों में से परिसीमन के बाद 830 वार्ड कम हो गए हैं। अब 75,014 वार्ड रह गए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य वार्डों की संख्या कम होने की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। ग्राम पंचायत सदस्य के 4600 से अधिक वार्ड कम होने का अनुमान है।
वर्ष 2021 में ग्राम पंचायत सदस्य के 7,32,643 वार्ड थे। इसी प्रकार 495 ग्राम पंचायतें भी खत्म हुई हैं। ग्राम पंचायतों की संख्या जो 58,189 थी जो घटकर 57,694 रह गई है।
सूत्रों का कहना है कि नए परिसीमन के बाद जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायतों की संख्या के साथ ही जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत सदस्य वार्डों की विस्तृत रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को जल्द भेजी जाएगी।

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