शीत अवकाश में शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग, संघ ने कहा- समय रहते ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू करे सरकार
उत्तर प्रदेश में शिक्षक संघ ने शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। संघ का कहना है कि इससे शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं होगा और शिक्षकों को नई पदस्थापना पर जाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। उन्होंने सरकार से समय पर प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण आदेश जल्द जारी करने की मांग की है। संघ ने कहा कि शासन को समय रहते ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए, ताकि जनवरी के शीत अवकाश के दौरान प्रदेश के हजारों शिक्षकों का स्थानांतरण हो सके और उन्हें राहत मिल सके।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि परिषद के अंतर्गत कार्यरत हजारों शिक्षक पिछले 10 से 15 वर्षों से अपने परिवारों से 400 से 700 किलोमीटर दूर सेवाएं दे रहे हैं।
इससे उनके पारिवारिक दायित्व, बच्चों की शिक्षा और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल जैसी जिम्मेदारियां प्रभावित हो रही हैं। लंबे समय तक परिवार से दूर रहने के कारण शिक्षकों का मनोबल भी कमजोर हो रहा है।
संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने मांग की है कि शिक्षकों का स्थानांतरण वरिष्ठता के आधार पर किया जाना आवश्यक है, ताकि वे अपने गृह जिले या निकट क्षेत्र में कार्य कर सकें। जब शिक्षक अपने घर के पास तैनात होंगे तो वे शांत मन से और संतुष्टि के साथ शिक्षण कार्य पर पूरा ध्यान दे सकेंगे, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
शासन के आदेश के अनुसार, प्रदेश के शिक्षकों का अंतरजनपदीय और परस्पर (म्युचुअल) ट्रांसफर केवल शीत या ग्रीष्म अवकाश के दौरान ही होना चाहिए। सामान्य ट्रांसफर के आदेश जल्द जारी किए जाएं और वरिष्ठता के आधार पर एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरण सुनिश्चित किया जाए।
इसके साथ ही शिक्षकों ने मांग की है कि परस्पर स्थानांतरण के लिए भी समय से आदेश जारी किए जाएं और शिक्षकों की पेयरिंग प्रक्रिया के लिए पोर्टल दिसंबर में खोला जाए, ताकि शिक्षक अपने साथी का चयन कर सकें और जनवरी माह में स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।