धान खरीद में बिचौलियों की नहीं होनी चाहिए कोई भूमिका: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धान खरीद में बिचौलियों की भूमिका को अस्वीकार किया और किसानों को बिना असुविधा के खरीद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने फसल क्षति का मुआवजा तुरंत देने, अवैध खनन पर सख्ती बरतने और गो-आश्रय स्थलों में उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। 'विकसित उत्तर प्रदेश @2047' अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया गया।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समीक्षा बैठक में कहा कि धान खरीद में बिचौलियों की भूमिका स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि खाद एवं उन्नत बीजों की पर्याप्त उपलब्धता हर जिले में सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल की वर्षा से प्रभावित फसलों का तत्काल सर्वेक्षण कर बिना विलंब क्षतिपूर्ति का भुगतान नियमानुसार कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को मुआवजे के लिए किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए।
अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि विशेष टीम गठित कर औचक निरीक्षण कराया जाए। यदि किसी भी क्षेत्र में अनियमितता पाई गई तो संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री ने निराश्रित गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी स्वयं इन स्थलों का निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि प्रत्येक गोवंश को चारा-पानी और चिकित्सा की समुचित सुविधा मिले।
उन्होंने आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया तथा मानदेय पर कार्यरत कर्मियों को हर माह समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने 'विकसित उत्तर प्रदेश @2047' अभियान की भी समीक्षा की। उन्हें बताया गया है कि अब तक विभिन्न जिलों से 72 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
जौनपुर, गाजीपुर, हरदोई, प्रतापगढ़, बिजनौर, गोरखपुर, बरेली, सोनभद्र और गोंडा सहित कई जिलों से लोगों ने विकास के उपयोगी विचार साझा किए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान को जनभागीदारी का स्वरूप दिया जाए ताकि प्रदेश के विकास का रोडमैप जनता के सुझावों से और सशक्त बने।

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