India- Nepal Border: टमाटर का होना था आयात, करने लगे निर्यात; सोनौली बार्डर के रास्ते चल रहा खेल
दो दिन में नेपाल से 35 क्विंटल टमाटर का आयात किया गया। वहीं 50 टन का निर्यात हो गया। बॉर्डर क्षेत्र में सक्रिय तस्करों का सिंडिकेट टमाटर का अवैध भंडारण कर बाजार और मूल्य को नियंत्रित कर रहा है। भारतीय क्षेत्र में टमाटर का फुटकर मूल्य 80 रुपये प्रति किलो है जबकि नेपाल में फुटकर मूल्य 200 रुपया नेपाली (120 रुपया भारतीय) हो गया।

महराजगंज, विश्वदीपक त्रिपाठी। भारत-नेपाल के सीमाई क्षेत्र में टमाटर की जो किल्लत नजर आ रही है, उसकी वजह कमी नहीं जमाखोरी है। सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय तस्करों का सिंडिकेट टमाटर का अवैध भंडारण कर बाजार और मूल्य को नियंत्रित कर रहा है। नतीजा जिस नेपाल से टमाटर आयात करने की तैयारी थी, अब वहां भारत से निर्यात शुरू हो गया है। बीते दो दिन में 35 क्विंटल टमाटर सोनौली बार्डर के रास्ते नेपाल से भारत मंगाया गया, यहां से 50 टन टमाटर नेपाल को निर्यात किया गया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में टमाटर की कीमतें कम करने के लिए नेपाल से आयात करने की बात कही थी। जैसे ही भारत में टमाटर 50 रुपये किलो बेचने के लिए अनुबंध हुआ, तस्करों और जमाखोरों के गिरोह ने नेपाल में टमाटर की आपूर्ति कम कर वहां कीमतें बढ़ा दीं। भारतीय क्षेत्र में टमाटर का फुटकर मूल्य 80 रुपये प्रति किलो है, जबकि नेपाल की भैरहवा, नवलपरासी, बुटवल व नारायणघाट की सब्जी मंडियों में फुटकर मूल्य 200 रुपया नेपाली (120 रुपया भारतीय) हो गया। प्रति किलो 40 रुपये मुनाफे के चक्कर में यहां के व्यापारी अब टमाटर को नेपाल भेजने लगे।
एक हफ्ते पहले तक दोनों देशों में यह कीमतें विपरीत थीं। इस खेल में तस्करों के गिरोह से स्थानीय सब्जी कारोबारियों का सिंडिकेट भी जुड़ा है। जिस देश में कीमत कम होती है, वहां से टमाटर खरीद और तस्करी कर सीमा पर बने अवैध व अस्थाई ठिकानों पर डंप किया जा रहा है। बाद में बढ़ी कीमतों के हिसाब से उसे भेजा जाता है। कस्टम अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि बीते दो दिनों में 50 टन टमाटर सोनौली सीमा के रास्ते नेपाल निर्यात हुआ है।
भदोही के व्यापारी ने मंगाया, सोनौली से नेपाल गया
भदोही जिले के त्रिसागर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी से जुड़े छतामी गोपीगंज निवासी माताधर पांडेय ने 16 व 17 अगस्त को 35 क्विंटल टमाटर नेपाल से भारत मंगाया था। इसके विपरीत 19 अगस्त को एसआर ट्रेडर्स सोनौली ने नेपाल के डायमंड इंटरनेशनल फर्म को 25 टन टमाटर निर्यात किया। खान ट्रेडर्स से नेपाल के हिंद बली केजीएन ट्रेडर्स को 20 टन टमाटर भेजा गया। 18 अगस्त को भी करीब पांच टन टमाटर नेपाल भेजा गया था। नौतनवा के सब्जी कारोबारी गौतम मौर्य, बेचू मद्धेशिया, राकेश व शिव प्रसाद ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि नेपाली टमाटर आने से भारतीय क्षेत्र में मूल्य कम होगा, लेकिन भारत से टमाटर नेपाल भेजने से यहां किल्लत और बढ़ गई है।
नेपाल से 10 टन टमाटर आयात का हुआ था अनुबंध
भारत की नेशनल कोआपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ने नेपाल से 10 टन टमाटर आयात का अनुबंध किया था। इन टमाटरों को 50 रुपये किलो बेचने का दावा किया गया था। अनुबंध के पहले चरण में नेपाल से 17 अगस्त को पांच टन टमाटर आना था, यद्यपि यह टमाटर सोनौली सीमा के रास्ते भारत नहीं आया। खुदरा बिक्री केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय के निर्देश पर हुए इस अनुबंध से राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन आयात की जगह टमाटरों का निर्यात होने से किल्लत बढ़ गई है।
नेपाल भेजा गया 40 टन टमाटर
भारत में किल्लत के बाद भी नेपाल टमाटर भेजने का क्रम जारी है। रविवार को सोनौली के एसआर ट्रेडर्स ने नेपाल के डायमंड इंटरनेशल फर्म को 40 टन टमाटर का निर्यात किया। 20-20 टन की दो खेप नेपाल भेजी गई। वहीं नेपाल से टमाटर का आयात नहीं हुआ। बीते तीन दिनों में भारत से 90 टन टमाटर नेपाल भेजा जा चुका है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।