बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने का आदेश सेवायतों ने नकारा, रेलिंग व्यवस्था भी दीपावली तक पूरी नहीं
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में व्यवस्था सुधारने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाईपावर कमेटी दो साल में भी कोई खास बदलाव नहीं ला पाई है। वीआईपी पर्ची व्यवस्था को बंद कराया गया, लेकिन दर्शन का समय बढ़ाने के आदेश को सेवायतों ने नहीं माना। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध दर्शन कराने के लिए रेलिंग लगाने का निर्णय भी अधूरा है। कमेटी के आदेशों का पालन न होने से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है।

संवाद सहयोगी, वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में अच्छी व्यवस्थाओं के लिए सुप्रीम कोर्ट ने हाईपावर कमेटी का गठन किया था। हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी बने करीब दो वर्ष हो गए। कई बैठकें भी हो चुकी हैं, लेकिन अब तक व्यवस्था में कोई सुधार दिखाई नहीं दिया है।
अब तक केवल वीआइपी पर्ची की व्यवस्था पर ही विराम लगा है। मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने के कमेटी के आदेश को सेवायतों ने सिरे से नकार दिया, तो कमेटी उसे लागू नहीं करा पाई। बैठक में श्रद्धालुओं को कतारबद्ध दर्शन कराने के लिए मंदिर परिसर में रेलिंग दीपावली तक लगाकर व्यवस्था शुरू करने के निर्देश हुए, लेकिन अब तक वह व्यवस्था भी नहीं हो पाई।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन को लेकर सरकार और सेवायतों के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने नौ अगस्त को हाईपावर कमेटी का गठन किया। हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज के साथ ही एक सेवानिवृत्त जिला जज, डीएम, एसएसपी, सिविल जज, नगर आयुक्त आदि को कमेटी में शामिल किया गया है।
कमेटी में ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के चार सेवायतों को भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। हालांकि हाईपावर कमेटी को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट में मंदिर के अन्य सेवायतों की ओर से याचिका दायर की गई है। हाईपावर कमेटी ने कई बैठकें कीं। एक आदेश जारी हुआ कि मंदिर प्रबंधन की ओर से 100 रुपये की वीआइपी पर्ची पर वीआइपी दर्शन कराए जाते हैं।
इसका दुरुपयोग हो रहा है और श्रद्धालुओं को दर्शन में दिक्कत आ रही है। ऐसे में पर्ची व्यवस्था खत्म करने के निर्देश दिए। हालांकि यह व्यवस्था बंद हो गई। इसके बाद दर्शन का समय प्रतिदिन करीब पौने तीन घंटे बढ़ाने के आदेश हुए। इस आदेश को मानने से सेवायतों ने साफ इन्कार कर दिया।
यहां तक कि शरद पूर्णिमा पर सुबह ठाकुर जी को जगमोहन में विराजमान कराने के भी आदेश हुए, लेकिन वह आदेश भी सेवायत ने नहीं मानें। इस पर मंथन करने के लिए पिछले दिनों हाईपावर कमेटी की बैठक हुई, इसमें चार में से तीन सदस्य सेवायत ही नहीं पहुंचे। ऐसे में बैठक में कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लिए जा सके हैं।
कमेटी की बैठक में एक अहम निर्णय और हुआ। यह निर्णय है श्रद्धालुओं को छह कतारों के जरिए दर्शन कराने का। इसके लिए मंदिर परिसर में रेलिंग लगनी है। कमेटी अध्यक्ष ने दीपावली तक कतारबद्ध दर्शन कराने के आदेश दिए, लेकिन यह भी अभी सुचारू नहीं कराया जा सका है।
कमेटी का आदेश न मानने की सेवायतों की हठ और कमेटी का सख्त कदम न उठाना भी चर्चाओं में है। बुधवार को ठाकुर जी के दर्शन कर बाहर निकल रहे मेरठ निवासी 55 वर्षीय कृपाल सिंह की हृदयाघात से मृत्यु हो गई। हालांकि बुधवार को मंदिर में भीड़ नहीं थी। लेकिन, अब तक कमेटी के आदेशों का पूरी तरह पालन न होना भी कमेटी के औचित्य पर सवाल खड़े कर रहा है।
दर्शन का समय बढ़ाने का निर्देश सेवायतों को दिया गया था। अब दीपावली बाद कमेटी की बैठक में इस पर मंथन होगा। रेलिंग की व्यवस्था भी काम चल रहा है। -सीपी सिंह, डीएम व सचिव हाईपावर मैनेजमेंट कमेटी
अब तक मंदिर में हुए ये हादसे
- 27 अप्रैल 2009 को कानपुर निवासी रमा माहेश्वरी की भीड़ के दबाव में मृत्यु।
- 21 जुलाई 2012 को दिल्ली के शकरपुर निवासी देशराज की भीड़ के दबाव में तबीयत बिगड़ी, मृत्यु।
- 9 सितंबर 2012 को रेलिंग में फंसने से चंदौसी निवासी बीना शर्मा और उर्मिला गुप्ता घायल।
- 1 जनवरी 2017 को भीड़ में दबकर दिल्ली निवासी महेश अरोड़ा और अमृतसर निवासी दलजीत घायल।
- 12 फरवरी 2022 को गाजियाबाद निवासी लक्ष्मण सिंह की भीड़ के दबाव में मृत्यु।
- 12 मार्च 2022 को मुंबई निवासी मधु अग्रवाल की भीड़ के दबाव में हृदयाघात से मृत्यु।
- 18 अगस्त 2022 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर हुई भगदड़ में नोएडा निवासी 48 वर्षीय निर्मला देवी और मध्यप्रदेश निवासी 65 वर्षीय रामप्रसाद विश्वकर्मा की मृत्यु।
- 19 मार्च 2024 को भीड़ के दबाव में मुंबई निवासी 68 वर्षीय सुनील मागो की भीड़ के दबाव में मृत्यु।
- 18 अगस्त 2024 को भीड़ के दबाव में दम घुटने से हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित गांव शाहाबाद निवासी 65 वर्षीय मामचंद सैनी की मृत्यु।
- 19 नवंबर 2024 को मंदिर प्रांगण में पंजाब के जालंधर निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग रंधीर तलवार की तबीयत बिगड़ी। अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया।
- 15 अक्टूबर को मंदिर के गेट संख्या चार के समीप मेरठ निवासी श्रद्धालु 50 वर्षीय कृपाल सिंह की तबीयत बिगड़ी और मृत्यु हो गई।
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