यहां बन रहा पश्चिम यूपी का पहला रोप-वे, राधारानी के श्रद्धालु 15 जून से होंगे सवार, सीएम योगी कर सकते हैं उद्घाटन
रोप-वे के लिए मंदिर के निकट जमीन और बीच में आ रहे एक दर्जन पेड़ हटाने में लंबा वक्त लगा। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण की ओर से सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी से अनुमति मांगी गई और वन विभाग से जमीन भी खरीदी गई। इस पर करीब तीन करोड़ रुपये विकास प्राधिकरण ने खर्च किए। रोप-वे बनाने और उसके संचालन का दायित्व प्राधिकरण द्वारा राधारानी रोप-वे प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया।

जागरण संवाददाता, मथुरा। राधारानी के धराधाम पर बरसाना में रोप-वे को लेकर आठ वर्षों का इंतजार अब खत्म होने को है। रोप-वे योजना का ट्रॉयल तीन जून से शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि 15 जून के बाद इसका विधिवत संचालन हो सकता है। इसका उद्घाटन करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आ सकते हैं।
बरसाना रोप-वे परियोजना 2016 में प्रारंभ की गई थी। इसके साथ ही विंध्याचल रोप-वे की परियोजना भी शुरू की गई थी। विंध्याचल रोप-वे तो काेरोना काल से पहले ही शुरू हो गया था, लेकिन बरसाना रोप-वे का निर्माण लंबे समय से पूरा नहीं हुआ। इसका निर्माण राधारानी रोप-वे कंपनी कर रही है।
धीमी गति पर नाराजगी जताई थी
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने एक माह पहले परियोजना की धीमी गति पर नाराजगी जताई और कंपनी के साथ एमओयू निरस्त करने की चेतावनी दी। तब कार्य में तेजी आई। अब तय हुआ कि तीन और चार जून को रोप-पे का ट्रॉयल कराया जाएगा। इसमें मिट्टी के बोरे भरकर रोप-वे की वजन उठाने की क्षमता आंकी जाएगी।
ट्रॉयल रन सफल होने के बाद 15 जून के बाद इस सेवा को स्थायी तौर पर शुरू कराया जा सकता है। संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस सेवा का शुभारंभ करेंगे। रविवार को मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एसबी सिंह और सचिव अरविंद कुमार द्विवेदी आदि अधिकारियों ने परियोजना स्थल का निरीक्षण किया।
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बरसाना रोपवे एक नजर में
- 300 मीटर होगी लंबाई
- 150 मीटर होगी ऊंचाई
- 6 ट्रालियां होंगी संचालित
- 8 श्रद्धालु प्रति ट्राली क्षमता
किस कार्य के लिए क्या समय सीमा
अब तक शेष रहे कार्यों के लिए अलग-अलग समय सीमा तय की गई है। कंपनी की ओर से मुख्य रूप से कैलीपर ब्रेक इंस्टालेशन के लिए 20 मई, रिटर्न स्टेशन 25 मई, 40 एमएम रोप लेइंग और पुलिंग के लिए 26 मई, मुख्य रोप लेइंग और पुलिंग के लिए 28 मई और सभी ट्राली फिट करने के लिए 30 मई तक की समय-सीमा दी गई है।
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क्या है वर्तमान स्थिति
वर्तमान में ब्रह्मांचल पर्वत पर स्टेशन बनाए जाने का काम चल रहा है। निर्धारित दूरी पर पिलर लगा दिए गए हैं, लेकिन रोप अभी तक फिट नहीं हुई है। स्टेशन का प्लेटफार्म बनाए जाने का काम अभी नहीं हो सका है। प्लेटफार्म की जगह अभी कच्ची पड़ी हुई है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि रोप और ट्रालियों की डिलीवरी हो गई है और इनको तयशुदा समय में लगा दिया जाएगा।
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