नस्ल नुकरा, रंग सफेद, ऊंचाई 63 इंच... नौ लाख लग चुके 'रानी' के दाम
Meerut news : मेरठ के नानू-मेरठ रोड पर घोड़ों और खच्चरों का बाजार सजा है, जहाँ नुकरा नस्ल की घोड़ी 'रानी' सबका ध्यान खींच रही है। इसकी कीमत 11 लाख रुपये बताई जा रही है। व्यापारी मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा से आए हैं। पशुपालकों के अनुसार, घोड़ों की कीमत रंग और कद-काठी से तय होती है। नुकरा नस्ल अपनी फुर्ती और मजबूत शरीर के लिए जानी जाती है।

नानू-मेरठ रोड पर मढियाई गांव के सामने लगे घोड़े और खच्चरों के पैंठ बाजार में मौजूद घोड़ी रानी। जागरण
जागरण संवाददाता, सरधना (मेरठ) : नानू-मेरठ रोड पर मढियाई गांव के सामने लगे घोड़े और खच्चरों के पैंठ बाजार में मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब व हरियाणा से व्यापारी खरीदारी के लिए आ रहे है। पैंठ में नुकरा नस्ल का घोड़ी रानी आकर्षण का केंद्र बनी है। मालिक का दावा है कि रानी की कीमत 11 लाख रुपये है। डेढ़ से दो लाख रुपये कीमत के खच्चर भी यहां मौजूद है। व्यापारियों ने यहां पर मंगलवार से डेरा डाल रखा है।
शनिवार को पैंठ में शामली के व्यापारी अमरदीप मलिक की घोड़ी आकर्षण का केंद्र रही। उसे देखने वालों की भीड़ दिनभर जमा रही। अमरदीप ने बताया कि नुकरा नस्ल की उनकी सफेद रंग की घोड़ी का नाम रानी है। लगभग एक माह पहले इसे पंजाब के जिला संगरूर से खरीदा था। रानी की उम्र मात्र 32 माह और ऊंचाई 63 इंच है। इसके पिता का नाम ज्वालामुखी है। उन्होंने दावा किया कि रानी की कीमत 11 लाख रुपये है। अभी तक रानी को मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा व पंजाब के व्यापारी देख चुके है। उन्होंने इसकी कीमत आठ से नौ लाख रुपये लगाई है। पैंठ रविवार तक लगेगी।
रंग और कद-काठी से आंकी जाती है कीमत
पशुपालकों ने बताया कि घोड़े और खच्चरों की कीमत रंग और कद-काठी के आधार पर तय की जाती है। पैरों के ऊपर का भी रंग देखा जाता है। बताया कि पैंठ में केवल नुकरा नस्ल के घोड़े हैं, जिनका प्रयोग प्रजनन और शादियों में किया जाता है। यहां 80 प्रतिशत खच्चर हैं, जिनकी कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये तक है।
नुकरा नस्ल के घोड़ों का खानपान : सुबह और शाम कच्चा चना दो किलो, सुबह और शाम दूध पांच लीटर, सुबह-शाम जई दो किलो, प्रतिदिन बाजरा आधा किलो, प्रतिदिन गुड़ आधा किलो
खच्चर का खानपान : घास, अनाज, फल-सब्जियां, चना।
भारतीय नस्ल है नुकरा : नुकरा एक भारतीय घोड़ी की नस्ल है, जो अपनी फुर्ती, गति और मजबूत शरीर के लिए जानी जाती है। यह घुड़सवारी और प्रतियोगिताओं दोनों के लिए उपयुक्त है। ये नस्ल अरबी घोड़ों से विकसित हुई है। इनका सफेद रंग बहुत आम होता है। इन घोड़ों को उत्साही और जीवंत माना जाता है। इन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाला भी माना जाता है।
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